USA Election Process: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया लंबी और जटिल होती है। अगले राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर 2024 को होंगे। इस प्रक्रिया में कई चरण होते हैं जिनमें कॉकस और प्राइमरी, राष्ट्रीय सम्मेलन, आम चुनाव और इलेक्टोरल कॉलेज शामिल हैं। आइए जानते हैं इस पूरी प्रक्रिया को विस्तार से।
USA Election Process: एक साल पहले शुरू होती है प्रक्रिया
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। दो मुख्य राजनीतिक दल – डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन – अपने उम्मीदवारों के चुनावी अभियान की शुरुआत करते हैं। उम्मीदवार रैलियों का आयोजन कर धन जुटाते हैं और टीवी पर बहस में भाग लेते हैं।
USA Election Process: पहला चरण: प्राइमरी और कॉकस
कॉकस: इसमें पार्टी सदस्य चर्चा के बाद वोटिंग करते हैं और सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार का चयन करते हैं। यह बैठक राजनीतिक पार्टी के स्थानीय सदस्यों की होती है जहां प्रतिनिधियों को चुना जाता है।
प्राइमरी: इसमें लोग गुप्त वोटिंग करके अपने पसंदीदा उम्मीदवार का चयन करते हैं। यह चुनाव राष्ट्रपति चुनाव से पहले 6 से 9 महीने के भीतर होते हैं। अधिकांश राज्य प्राइमरी चुनाव आयोजित करते हैं। इस दौरान आयोवा, न्यू हैम्पशायर, नेवादा और साउथ कैरोलिना के नतीजों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

USA Election Process: दूसरा चरण: राष्ट्रीय सम्मेलन
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के लिए प्रतिनिधियों का बहुमत पाना होता है। प्रत्येक पार्टी राष्ट्रपति पद का अंतिम उम्मीदवार चुनने के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करती है। सम्मेलन के अंत में प्रत्येक पार्टी से अंतिम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का एलान होता है। इस सम्मेलन में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार अपने लिए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन भी करता है।
USA Election Process: तीसरा चरण: राष्ट्रपति पद के लिए आम चुनाव
आम चुनावों में अमेरिका के हर राज्य के लोग राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए वोट करते हैं। जब लोग अपना वोट डालते हैं, तो वास्तव में वो एक ऐसे ग्रुप के लिए वोट कर रहे होते हैं जिन्हें इलेक्टर कहा जाता है। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार के पास इलेक्टर का अपना ग्रुप होता है।

USA Election Process: चौथा चरण: इलेक्टोरल कॉलेज
अमेरिका में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव सीधे नागरिकों द्वारा नहीं किया जाता है। इसके बजाय, दोनों को इलेक्टोरल कॉलेज नामक प्रक्रिया से चुना जाता है। इसमें प्रत्येक राज्य के निर्वाचक या प्रतिनिधि यह निर्धारित करते हैं कि राष्ट्रपति कौन होगा। प्रत्येक राज्य को उसकी जनसंख्या के आधार पर निर्वाचकों की संख्या दी जाती है। कुल 538 निर्वाचक होते हैं और जिसे 270 वोट मिलते हैं, वह जीत जाता है।
इस प्रकार, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी होती है जिसमें नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
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