Kuwait Fire: बुधवार की सुबह एक भयानक आग ने कुवैत के दक्षिणी मंगाफ जिले में एक इमारत में रहने वाले भारतीय कामगारों की जान ले ली। इस घटना में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से लगभग 40 भारतीय नागरिक थे। यह घटना कुवैत में भारतीय कामगारों की महत्वपूर्ण उपस्थिति और उनकी असुरक्षा को उजागर करती है, जहां भारतीय आबादी का 21 प्रतिशत और कार्यबल का 30 प्रतिशत हिस्सा है।
Kuwait Fire: घटना का विवरण
यह आग छह मंजिला आवासीय इमारत में लगी, जहां लगभग 200 कामगार, मुख्य रूप से भारतीय, रहते थे। रिपोर्टों के अनुसार, आग एक निचले मंजिल के रसोई में शुरू हुई और तेजी से फैल गई, जिससे कई निवासी अंदर फंस गए। जब तक आपातकालीन सेवाएं पहुंचीं, आग ने व्यापक नुकसान पहुंचाया, मुख्य रूप से धुएं के साँस लेने से, क्योंकि आग लगने के समय निवासी सो रहे थे।
Kuwait Fire आधिकारिक प्रतिक्रियाएँ और कार्यवाही
कुवैती अधिकारियों, जिसमें आंतरिक मंत्रालय के आपराधिक साक्ष्य के जनरल डिपार्टमेंट के प्रमुख मेजर जनरल ईद अल-ओवैहान शामिल हैं, ने पुष्टि की कि आग सुबह लगभग 6:00 बजे लगी। प्रारंभ में, मौत का आंकड़ा 35 से अधिक बताया गया था, लेकिन बाद में इसे 49 तक अपडेट किया गया, जिसमें भारतीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि मृतकों में से लगभग 40 भारतीय नागरिक थे।
इस त्रासदी के जवाब में, भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने त्वरित कार्रवाई की है। एक्सटर्नल मिनिस्टर जयशंकर ने अपने कुवैती कॉउंटरपार्ट से बात की एवं जल्द ही मृतकों के अवशेष भारत पहुंचाने का आग्रह किया।
विदेश राज्य मंत्री किर्ती वर्धन सिंह कुवैत जा रहे हैं ताकि राहत कार्यों की निगरानी की जा सके और मृतकों के शवों की स्वदेश वापसी की सुविधा मिल सके। MEA के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने कहा कि भारतीय सरकार कुवैती अधिकारियों के साथ मिलकर घायलों को आवश्यक सहायता प्रदान करने और मृतकों के शवों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।
Kuwait Fire: चिकित्सा और आपातकालीन सेवाएँ
कुवैत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि घायलों को अल-अदान, मुबारक, फरवानीया और अल-अमीरी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुवैत में भारतीय दूतावास ने जानकारी और सहायता के लिए एक आपातकालीन हेल्पलाइन (+965-65505246) स्थापित की है। राजदूत आदर्श स्वैका ने प्रभावित स्थल और अस्पतालों का दौरा किया, और स्थानीय कानून प्रवर्तन, अग्निशमन सेवा और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं।
Kuwait Fire: प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और स्थानीय प्रतिक्रियाएँ
अरब टाइम्स ने घटनास्थल से भयावह प्रत्यक्षदर्शी विवरण दिए, जिसमें निवासियों द्वारा आग से बचने के हताश प्रयासों का वर्णन किया गया। एक विशेष रूप से दुखद घटना में, एक निवासी ने आग से बचने की कोशिश में पांचवीं मंजिल से छलांग लगाई और बालकनी के किनारे से टकराकर उसकी मौत हो गई।
सरकारी और सार्वजनिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने और मृतकों के शवों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
कुवैती अधिकारियों ने इमारत के मालिक की गिरफ्तारी का आदेश दिया है और श्रमिकों की भीड़भाड़ की समस्याओं को हल करने के लिए कार्रवाई की है। कुवैत नगरपालिका के निदेशक, सऊद अल-दाब्बूस ने इस घटना की जांच पूरी होने तक कई प्रमुख अधिकारियों को निलंबित करने की घोषणा की है।
व्यापक प्रभाव
इस त्रासदी ने Kuwait में प्रवासी श्रमिकों की रहने की स्थिति के बारे में गंभीर चिंताएँ उठाई हैं। आवासीय इमारतों में अधिक भीड़भाड़ और संभावित सुरक्षा उल्लंघनों की जांच हो रही है, और भारतीय और कुवैती अधिकारियों ने इन मुद्दों को हल करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का संकल्प लिया है।
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