पेरिस, फ्रांस – रविवार के France Snap Election परिणाम ने फ्रांस की राजनीतिक तस्वीर को उलझन में डाल दिया है। Left गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट (एनपीएफ) ने सबसे अधिक सीटें जीतीं, लेकिन स्पष्ट बहुमत हासिल करने में विफल रहे। यह परिणाम मरीन ले पेन की दूर-दराज़ नेशनल रैली (आरएन) और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
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France Snap Election के आधिकारिक परिणामों के अनुसार, 577 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए 289 सीटों की आवश्यकता थी, लेकिन किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। एनपीएफ को 180 से अधिक सीटें मिलीं, जबकि मैक्रों के केंद्र-वाम गठबंधन को 160 से अधिक और आरएन को 140 से अधिक सीटें मिलीं। इससे त्रिशंकु संसद की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जो आधुनिक फ्रांस के लिए अनजाना क्षेत्र है।
France Snap Election: मरीन ले पेन को झटका, मैक्रों की स्थिति कमजोर
मरीन ले पेन की नेशनल रैली, जिसे France Snap Election में सबसे अधिक सीटें मिलने की उम्मीद थी, तीसरे स्थान पर आ गई। वहीं, राष्ट्रपति मैक्रों के गठबंधन ने लगभग 80 सीटें खो दीं, जिससे वे दूसरे स्थान पर रहे।
प्रधानमंत्री गेब्रियल अट्टाल ने कहा, “हमारा देश एक अभूतपूर्व राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है और कुछ हफ्तों में दुनिया का स्वागत करने के लिए तैयार हो रहा है।” अट्टाल ने सोमवार को अपने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन उन्होंने कहा कि वह तब तक अपने पद पर बने रहने के लिए तैयार हैं जब तक कि आवश्यक हो।
France Snap Election: मिश्रित प्रतिक्रियाएं
पेरिस के स्टालिनग्राद स्क्वायर में left समर्थकों ने NPF की बढ़त को लेकर जश्न मनाया, जबकि बोइस डी विन्सेनेस पार्क में RN समर्थकों का उत्साह मतदान बंद होने से एक घंटे पहले ही ठंडा हो गया। RN के नेता जॉर्डन बर्डेला ने कहा कि फ्रांस “अनिश्चितता और अस्थिरता” की स्थिति में फंस गया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में दंगाइयों और दंगा पुलिस के बीच झड़पें भी दिखीं।

France Snap Election: मैक्रों का राजनीतिक दांव
राष्ट्रपति मैक्रों ने पार्लियामेंट भंग करने और आकस्मिक चुनाव की घोषणा कर एक बड़ा राजनीतिक जोखिम लिया था। उनका यह कदम यूरोपीय संघ के चुनावों में हार के बाद आया, जहां उनकी पार्टी को नेशनल रैली से बड़ी हार मिली थी।
पूर्व प्रधानमंत्री एडौर्ड फिलिप ने कहा, “सच्चाई यह है कि असेंबली में किसी भी राजनीतिक दल को अपने बल पर बहुमत नहीं मिला है।”
ओलंपिक खेलों से पहले राजनीतिक अस्थिरता
यह चुनाव परिणाम पेरिस ओलंपिक से पहले आया है, जो 26 जुलाई से शुरू होंगे। देश को एक नई सरकार की प्रतीक्षा है, जो खेलों के दौरान और उसके बाद देश को स्थिरता प्रदान कर सके।
आगे की अनिश्चितता
एनपीएफ ने न्यूनतम वेतन बढ़ाने, सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि और धन पर कर लगाने का प्रस्ताव रखा है। एनपीएफ के नेता जीन-ल्यूक मेलेंचॉन ने कहा, “जनता की इच्छा का सख्ती से सम्मान किया जाना चाहिए…राष्ट्रपति को न्यू पॉपुलर फ्रंट को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।”
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि एनपीएफ कैसे अपने प्रस्तावों को बिना बहुमत के पास कर पाएगा।
केंद्रीकृत गुटों से सहयोग की संभावना
केंद्रीय गुटों के कुछ प्रमुख सदस्य, जैसे एडौर्ड फिलिप, स्थिर सरकार के लिए समझौते पर काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वे फ्रांस अनबॉउड के साथ काम करने को तैयार नहीं हैं।
मैक्रों की पार्टी के सांसद और पूर्व नेशनल असेंबली के नेता याएल ब्राउन-पिवेट ने कहा, “वोटरों का संदेश यह है कि किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, इसलिए आपको हमारी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करना होगा।”
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भविष्य की चुनौतियाँ
France Snap Election परिणाम फ्रांस के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव ला सकता है। त्रिशंकु संसद और विभिन्न दलों के बीच सहयोग की आवश्यकता ने देश में राजनीतिक अनिश्चितता को बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति मैक्रों के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी कि वे अगले तीन वर्षों में किस प्रकार सरकार को स्थिरता प्रदान कर पाते हैं।