Cloudstrike Update: साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने एक ही दिन में अपनी करीब 21 फीसदी वैल्यू खो दी, जिससे उसकी वैल्यूएशन में 16 अरब डॉलर की गिरावट आई है। इसके पीछे की वजह क्राउडस्ट्राइक के एक अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सिस्टम में आई गड़बड़ी है।
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Cloudstrike Update: तकनीकी गड़बड़ी का कारण
IndiaTV में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी ऑनलाइन बैंक Monobank के संस्थापक ओलेग गोरोखोव्स्की के अनुसार, यह तकनीकी गड़बड़ी “क्राउडस्ट्राइक एंटीवायरस” सॉफ़्टवेयर और माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच एक इंटरेक्शन के कारण हुई। क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कर्टज़ ने कहा कि कंपनी विंडोज होस्ट के लिए सिंगल कंटेंट अपडेट में पाए गए दोष से प्रभावित ग्राहकों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रही है।
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Cloudstrike Update: मैक और लिनक्स होस्ट सुरक्षित
क्राउडस्ट्राइक के अनुसार, यह समस्या केवल विंडोज होस्ट को प्रभावित कर रही है। मैक और लिनक्स होस्ट सुरक्षित हैं और इस समस्या से प्रभावित नहीं हुए हैं। जॉर्ज कर्टज़ ने कहा, “यह सुरक्षा घटना या साइबर हमला नहीं है। समस्या की पहचान कर ली गई है, उसे अलग कर दिया गया है और एक फिक्स तैनात कर दिया गया है।”
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Cloudstrike Update: माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिक्रिया
माइक्रोसॉफ्ट ने भी इस तकनीकी गड़बड़ी पर प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने कहा कि यह समस्या एक थर्ड पार्टी सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म से अपडेट के कारण उत्पन्न हुई है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, “हम एक थर्ड पार्टी सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म से अपडेट के कारण विंडोज उपकरणों को प्रभावित करने वाली समस्या से अवगत हैं और जल्द ही समाधान आने वाला है।”

Cloudstrike Update: वैश्विक असर
इस गड़बड़ी का असर दुनियाभर के कम्प्यूटर सिस्टम्स पर पड़ा। कई हवाई अड्डे, हेल्थकेयर सिस्टम और अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हुईं। हवाई यातायात में भारी अव्यवस्था फैली और स्टॉक मार्केट में भी रुकावटें आईं। हालाँकि भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा, उसके सिस्टम पर इस आउटेज का कोई असर नहीं पड़ा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने भी कहा कि उनके कामकाज पर भी कोई असर नहीं पड़ा है।
19 जुलाई को हुए इस ब्रेकडाउन ने यह सवाल उठाया है कि क्या डिजिटल वर्ल्ड इकोनॉमी का चुनिंदा इंटरनेट कंपनियों पर निर्भर होना सही है? कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि चुनिंदा कंपनियों पर निर्भरता के कारण ऐसे तकनीकी ब्रेकडाउन की समस्याएं भविष्य में भी आती रहेंगी, जिसके कारण बहुत ज्यादा आर्थिक नुक्सान हो सकता है.
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Cloudstrike Update कम्प्यूटिंग पर निर्भरता
क्लाउड कम्प्यूटिंग में अधिकांश बड़ी कंपनियां, इंटरनेट जॉइन्ट्स द्वारा उपलब्ध कराए गए सर्वर का उपयोग करती हैं। अमेजन की AWS, माइक्रोसॉफ्ट के अज्यूर और गूगल क्लाउड इस मामले में सबसे बड़ी कंपनियां हैं। साइबर थ्रेट अलायंस के माइकल डेनियल ने कहा कि ज्यादातर कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट पर निर्भर हैं और इसलिए तकनीकी ब्रेकडाउन की समस्या आती रहेगी।
क्राउडस्ट्राइक और माइक्रोसॉफ्ट दोनों ही कंपनियां इस समस्या का समाधान करने में जुटी हुई हैं। क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कर्टज़ ने कहा कि कंपनी इस समस्या को पूरी पारदर्शिता के साथ हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने भी यह सुनिश्चित किया है कि विंडोज उपकरणों के लिए जल्द ही एक समाधान उपलब्ध कराया जाएगा।
क्राउडस्ट्राइक और माइक्रोसॉफ्ट के बीच आई इस तकनीकी गड़बड़ी ने वैश्विक स्तर पर कई सेवाओं को प्रभावित किया है। इससे सीख लेते हुए कंपनियों को अपनी डिजिटल रणनीति में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।