राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को 10वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच झगड़े के बाद चाकू से हमला हुआ, जिससे शहर में तनाव और हिंसा फैल गई। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया। धार्मिक स्थलों पर भी पथराव किया गया। प्रशासन और पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कठोर कदम उठाए, लेकिन फिर भी शहर में दहशत का माहौल बना रहा।
घटनाक्रम की समयरेखा
- सुबह 10:30 बजे: सरकारी स्कूल के पास झगड़े के बाद एक छात्र ने दूसरे छात्र को चाकू से घायल किया।
- 11:30 बजे: अस्पताल में भीड़ जमा होने लगी और घायलों का इलाज शुरू हुआ।
- दोपहर 1:00 बजे: भीड़ आक्रोशित हो गई और कई दुकानों में तोड़फोड़ की।
- शाम 3:30 बजे: बाजार बंद करवा दिए गए और कई वाहनों को आग लगा दी गई।
- 4:30 बजे: पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सख्ती बरती।
- 5:00 बजे: पुलिस प्रशासन ने समझाइश दी और शांति बहाल करने के प्रयास किए।
- 6:00 बजे: निषेधाज्ञा लागू की गई और शहर में पुलिस बल तैनात किया गया।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई
उदयपुर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया और इसके बाद धारा 144 लागू कर दी। पुलिस ने 5 जिलों से अतिरिक्त बल बुलाया और 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं। सभी स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई। आरोपी छात्र और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उदयपुर प्रशासन ने तुरंत कड़े कदम उठाए:
- धारा 144 लागू: पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया।
- आरोपी के घर को बुलडोज़: आरोपी के घर को बुलडोज़ कर दिया गया, जिससे प्रशासन की कठोर कार्रवाई साफ देखी जा सकी।
- इंटरनेट सेवाएं बंद: रात 10 बजे से अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
- स्कूल-कॉलेज बंद: सभी स्कूल और कॉलेज अगले आदेश तक बंद कर दिए गए।
जयपुर से वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम रवाना
उदयपुर घटना में घायल छात्र की हालत नाजुक बनी हुई है। राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए SMS के वरिष्ठ डॉक्टर्स की टीम को हवाई जहाज से उदयपुर भेजा है। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जयपुर से मॉनिटरिंग की जा रही है।
कन्हैयालाल हत्याकांड की यादें
यह घटना 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की हत्या की याद ताजा कर देती है, जब दहशतगर्दों ने उसकी दुकान में घुसकर उसकी हत्या कर दी थी। उस घटना के बाद भी शहर में हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी, और तीन दिन तक कर्फ्यू लगा रहा था। इस बार भी, पुलिस और प्रशासन ने पहले की घटना से सबक लेते हुए जल्दी से कार्रवाई की और स्थिति को संभाला।
नागरिकों की प्रतिक्रिया और वर्तमान स्थिति
उदयपुर घटना के बाद, नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। पुलिस ने इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किया है और फिलहाल शहर में शांति बहाल करने की कोशिशें जारी हैं।
प्रशासन और पुलिस की मेहनत के बावजूद, शहर में तनाव और असंतोष की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन की प्राथमिकता अब स्थिति को सामान्य करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की है।
Rajsthan Dimple Meena Case: क्यों X पे क्यों ट्रेंड हो रहा भजन लाला शर्मा इस्तीफा दो, जाने पूरी खबर
Patna Murder Case: पॉलिटेक्निक के छात्र की गोली मारकर की हत्या, अपराधी हुए फरार