Train Accidents in Modi Government: मोदी सरकार में कितने ट्रैन दुर्घटनाएं हुए और क्यों ?

Train Accidents in Modi Government

Train Accidents in Modi Government: पिछले 10 साल के अंदर में 9 बड़े ट्रैन दुर्घटनए हुयी है जिसमे लाखो लोग मारे गए, अगर हम एनसीआरबी (2022) रिपोर्ट के मुताबिक अकेले 2017 से 2021 के बीच रेल दुर्घटनाओं में लगभग 1,00,000 लोगों की मौत हो चुकी है.

Train Accidents in Modi Government: कौन जिम्मेदार?

अब तो हर 6 महीने के अंदर कोई न कोई बड़ी ट्रैन दुर्धटनाए हो रही है, हज़ारो लोगो अपने किसी न किसी प्रिय को खो देते है. ये दर्द हम और आप नहीं समझ सकते, बस वही समझ सकता है जिसने अपने किसी को खोया है. दुर्घटना में पीड़ितों को सरकार 10-10 लाख का मुवाबजा दे देती है, क्या इतने पैसे देने से किसी की कमी पूरी हो सकती है? और क्या बस मुआबजा देने से जवाबदेही ख़त्म हो जाती है?

आइये आपको बताते है की पिछले 10 सालो में मोदी सरकार में कितने ट्रैन दुर्घटनाएं हुयी है, क्या-क्या कार्यवाही हुयी है.

Train Accidents in Modi Government

Train Accidents in Modi Government

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल में 9 बड़ी ट्रैन दुर्घटनाएं हुयी है.

1. Train Accidents in Modi Government: गोरखधाम एक्सप्रेस 2014 में 26 मई 2014 को हिसार-गोरखपुर मार्ग पर गोरखधाम एक्सप्रेसयह ट्रेन उत्तर प्रदेश में दोहरी लाइन वाले सेक्शन से गुजर रही थी , तभी इसका इंजन 11 डिब्बों सहित पटरी से उतर गया. इसदुर्घटना में कम से कम 29 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए. तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने लोकसभा में एक जवाब में कहा कि इंजन बाईं ओर मुड़ गया और चुरेब स्टेशन पर एक बगल की लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी से पीछे से टकरा गया

2. जनता एक्सप्रेस, 2015 वाराणसी-देहरादून जनता एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को उत्तर प्रदेश के एक स्टेशन पर रुकने में विफल रही, जिसके कारण कुछ डिब्बे दुर्घटनाग्रस्त हो गए और पटरी से उतर गए। रेलवे के एक प्रवक्ता ने उस समय कहा, “जब ट्रेन बछरावां स्टेशन में प्रवेश कर रही थी, तो लोको पायलट ने सिग्नल पार कर लिया और ट्रेन रेत के टीले से टकरा गई, जिसके कारण ट्रेन का इंजन और दो डिब्बे पटरी से उतर गए. इस दुर्घटना में करीब 39 यात्री मारे गए और 150 लोग घायल हुए.

3. इंदौर-पटना एक्सप्रेस 2016 में 20 नवंबर 2016 को कानपुर देहात जिले के पुखरायां इलाके में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना में 152 लोगों की जान चली गई.

इस घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई थी, जिसमें इस दुर्घटना को आतंकवादी तोड़फोड़ का नतीजा बता दिया गया था. तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि “बाहरी लोगों द्वारा संभावित आपराधिक हस्तक्षेप” हो सकता है। 2017 में उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे “साजिश” कहा था.

4. हीराखंड एक्सप्रेस 2017 में 21 जनवरी 2017 को जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के कुनेरू स्टेशन पर पटरी से उतर गई। ओडिशा जाने वाली इस ट्रेन दुर्घटना में 40 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. इस घटना की जांच की अंतिम रिपोर्ट अब तक जारी ही नहीं की गयी है.

5. जालंधर-अमृतसर डीएमयू, अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस 2018 में 19 अक्टूबर, 2018 को अमृतसर के पास रेलवे ट्रैक पर दशहरा समारोह देखने के लिए खड़े लोगों को दो ट्रेनों ने रौंद दिया, जिसमें लगभग 60 लोग मारे गए और कई घायल हो गए, उस समय लगभग 300 लोगों की भीड़ आतिशबाजी देखने के लिए एकत्र हुई थी, तभी जालंधर -अमृतसर डीएमयू ट्रैक पर आ गई.

इसके जाँच में अमृतसर नगर निगम, कार्यक्रम में शामिल राजनेता, पुलिस और रेलवे को दोसी ठहराया गया था.
सीसीआरएस की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना दशहरा मेला देखने के लिए रेलवे ट्रैक पर या उसके पास खड़े लोगों की लापरवाही के कारण हुई.

6. सीमांचल एक्सप्रेस 2019 में बिहार के वैशाली जिले में दिल्ली जा रही सीमांचल एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गईं, जिससे सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।3 फरवरी, 2019 को सहदेई-बुज़ुर्ग रेलवे स्टेशन के पास नौ ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए.

7. Train Accidents in Modi Government: 2020 में औरंगाबाद के पास मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 प्रवासी मज़दूरों की मौत. 8 मई, 2020 को हैदराबाद के पास चेरलापल्ली स्टेशन से नासिक के पनेवाड़ी स्टेशन जा रही एक खाली मालगाड़ी ने गलती से पटरियों पर सो रहे 16 श्रमिकों को कुचल दिया. मध्य प्रदेश के प्रवासी मज़दूर कोरोनावायरस महामारी के दौरान अपने घर वापस जाने की कोशिश कर रहे थे, वे संभवतः थकावट के कारण बेहोश हो गए थे और ट्रेन की पटरियों पर सो गए थे तभी ट्रैन आयी और उनको कुचल दिया.

8. बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस 2022 में 13 जनवरी 2022 को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के 12 डिब्बे आपस में टकराने से 10 यात्रियों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गएपश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के दोमोहानी इलाके में एक बस पटरी से उतर गई.

9. 2023 में शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और मालगाड़ी. तीन ट्रेनों की टक्कर के कारण भारत में सबसे भीषण रेल दुर्घटना घटी, जिसके कारण 2 जून 2023 को कम से कम 293 लोगों की मौत हो गई. यह दुर्घटना तब हुई जब चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बालासोर में लूप लाइन में घुस गई और खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। हावड़ा की ओर जा रही यशवंतपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे बगल की पटरी पर बिखरे पड़े कोरोमंडल एक्सप्रेस के पलटे हुए डिब्बों से टकराने के बाद पटरी से उतर गए.

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