त्रिणमूल कांग्रेस की सांसद Mahua Moitra ने सोमवार को 18वीं लोकसभा में अपने जोरदार भाषण से मोदी सरकार पर हमला बोला। पिछले लोकसभा सत्र में निष्कासित की गई मोइत्रा ने कहा कि सत्ता पक्ष ने एक सांसद की आवाज दबाने के लिए भारी कीमत चुकाई है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव में अपने 63 सांसदों को खो दिया है और अब वह विपक्ष के साथ वैसा बर्ताव नहीं कर पाएगी जैसा पिछले सत्र में किया था।
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Mahua Moitra की निजी संघर्ष
Mahua Moitra ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए अपने संघर्षों को साझा किया। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी सदस्यता खो दी। मैंने अपना घर खो दिया। मैंने एक ऑपरेशन में अपना गर्भाशय भी खो दिया। लेकिन आप जानते हैं कि मैंने क्या पाया? मैंने राहुल गांधी की कही बात पाई: आपसे न डरने की आजादी! मुझे आपसे, आपकी एजेंसियों से, विषैले ट्रोल्स से, आपकी गोदी मीडिया से कोई डर नहीं है। मैं आपका अंत देखूंगी।”
बीजेपी की चुनावी हार पर तीखा प्रहार
Mahua Moitra ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की और पाब्लो नेरुदा का हवाला दिया। उन्होंने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद रहते हुए हाल के चुनावों पर बात की, जहां बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं, लेकिन बहुमत हासिल नहीं किया।
मणिपुर, कश्मीर और अयोध्या पर सवाल
अपने आधे घंटे से अधिक लंबे भाषण में, महुआ ने मणिपुर हिंसा, कश्मीर और अयोध्या जैसे मुद्दों पर बीजेपी को घेरा। उन्होंने कहा, “पिछली बार जब मैं यहाँ थी, मुझे बोलने नहीं दिया गया। सत्ता पक्ष ने एक सांसद की आवाज दबाने के लिए भारी कीमत चुकाई है। मुझे दबाने की कोशिश में, उन्होंने 63 सदस्यों को खो दिया है।”

प्रधानमंत्री को चुनौती
Mahua Moitra ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वे उनके भाषण को सुनें। जब प्रधानमंत्री संसद छोड़ने के लिए उठे, तो महुआ ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री, मैं आपसे सच में अनुरोध करती हूँ, चूंकि आप यहाँ एक घंटे से अधिक समय से हैं, कृपया इसे सुनें और फिर जाएं। डरें मत।” उन्होंने यह भी कहा, “आप मेरे क्षेत्र में दो बार अभियान के दौरान आए थे, कम से कम आज मुझे सुनें।”
जब राहुल गांधी भी संसद से बाहर चले गए, तो महुआ मोइत्रा ने टिप्पणी की, “कोई बात नहीं, वह मेरे विपक्ष के नेता हैं। उन्होंने पहले ही मुझे सुन लिया है।”
बीजेपी की कमजोर होती सत्ता
Mahua Moitra ने अपने भाषण में बीजेपी की कमजोर होती सत्ता पर भी बात की। उन्होंने कहा, “बीजेपी का शासन जनता के लोकतंत्र द्वारा कमजोर हो गया है। यह एक स्थिर सरकार नहीं है; यह कई सहयोगियों पर निर्भर करती है जो पक्ष बदलने के लिए जाने जाते हैं। हम इस बार 234 मजबूत हैं, कई चुनौतियों का सामना करने के बाद। आप अब हमें वैसे नहीं ट्रीट कर पाएंगे जैसे पहले करते थे।”
त्रिणमूल कांग्रेस की स्थिति
Mahua Moitra ने अपने भाषण में त्रिणमूल कांग्रेस की मजबूती पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम इस बार मजबूत स्थिति में हैं। हमने अपने संघर्षों से सीख ली है और अब हम और अधिक संगठित और तैयार हैं। त्रिणमूल कांग्रेस का लक्ष्य है कि वह विपक्ष की आवाज को और भी मजबूती से उठाए और बीजेपी सरकार की नीतियों का सटीक विरोध करे।”
निष्कर्ष
Mahua Moitra का यह भाषण भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने अपने निजी संघर्षों को साझा करते हुए सत्ता पक्ष को चुनौती दी और बीजेपी की चुनावी हार के पीछे के कारणों पर प्रकाश डाला। महुआ का यह भाषण विपक्ष के लिए एक प्रेरणा बन सकता है, जो अपने अधिकारों और आवाज को उठाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी सत्रों में महुआ मोइत्रा और त्रिणमूल कांग्रेस कैसे बीजेपी सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति को आगे बढ़ाते हैं और जनता की आवाज को और भी बुलंद करते हैं।