Hathras भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 116 हुई; प्रशासन द्वारा कार्रवाई तेज

Hathras

उत्तर प्रदेश के Hathras जिले के सिकंदराराऊ के पास फूलरई गांव में आयोजित ‘सत्संग’ के दौरान हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 116 हो गई है। यह भगदड़ मंगलवार को सत्संग के समापन के दौरान हुई थी, जिसमें कई लोग दम घुटने से मारे गए। सत्संग एक हिंदू धार्मिक सभा है, जो आमतौर पर रात भर चलती है।

घटना का विवरण

एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया, “एटा अस्पताल में 27 शव पहुंचे हैं। मृतकों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।” सिकंदराराऊ पुलिस स्टेशन के एसएचओ आशीष कुमार ने कहा कि भगदड़ स्पष्ट रूप से भीड़भाड़ के कारण हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और अधिकारियों को दुर्घटना स्थल पर राहत कार्य करने का निर्देश दिया है।

Hathras

दृश्य और प्रतिक्रिया

Hathras अस्पताल के बाहर दिल दहलाने वाले दृश्य थे। लोग अपने प्रियजनों के शवों के पास बैठे थे, आंसू पोंछ रहे थे और एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे थे। पीड़ितों को एंबुलेंस, ट्रक और कारों में लाया गया था।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं ताकि इसके कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।

जिलाधिकारी (डीएम) आशीष कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन सक्रिय रूप से मामले की जांच कर रहा है और घायलों को सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। आगरा रेंज के आईजी पुलिस ने हाथरस भगदड़ के बारे में जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

  • 7839866849
  • 7007459568
  • 7839855724
  • 9454417377
  • 9454417438
  • 9454402807

पहचान और सहायता

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और दिल दहला देने वाली घटना थी। सीएम पूरी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता घायल लोगों को तुरंत सहायता प्रदान करना और पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिवारों को भेजना है।” सिंह ने पुष्टि की कि अब तक 72 शवों की पहचान हो चुकी है।

कार्यवाही और राहत उपाय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने इस त्रासदी के कारणों की जांच के लिए एक टीम भी बनाई है, जिसमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ पुलिस आयुक्त शामिल हैं, और 24 घंटों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। यूपी मुख्य सचिव सिंह ने कहा कि बाबा भोले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हाथरस जिला प्रशासन ने भी जनता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

  • 05722227041
  • 05722227042

निष्कर्ष

इस भगदड़ के बाद, प्रशासन द्वारा घायलों की सहायता और मृतकों की पहचान करने के लिए तेज़ी से काम किया जा रहा है। राज्य प्रशासन इस दुखद घटना के बाद राहत और पुनर्वास के लिए पूरी तरह से सक्रिय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य उच्च अधिकारी व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए।

मगर यह तत्परता काफी देर से आयी हुई मालुम पड़ती है।  शासन की सतर्कता से इन जानो को बचाया जा सकता था।  इस प्रकार की घटना भारत में होने वाली कोई पहली घटना नहीं है।  कई बार इस तरह के धार्मिक कार्यक्रमों में आयोजकों की लापरवाहियों के कारण लोगो को जाने जाती रही हैं।  लेकिन सिवाय दुःख प्रकट करने के एवं कुछ तुरत फुरत कार्यवाहियों के, कोई ठोस कदम नहीं उठाये जाते। 

क्यों प्रशासन एवं शासन इस प्रकार के स्वयंभू भगवानो के सामने बौना व् लाचार नज़र आता है।  क्या ये घटना भी सिर्फ एक लम्बी चौड़ी फेरहिस्त का मित्र एक आंकड़ा बन क्र रह जायेगी या वाक़ई में कोई ठोस कदम उठाये जाएंगे ? क्या इस घटना के आयोजकों को सजा दी जायेगी एवं वे अधिकारी जिन्होंने इतनी  बदइंतजामी के बाद भी इस कार्यक्रम की अनुमति दी नापे जाएंगे?

UP Hathras News: यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़, 50 से अधिक की मौत

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