Agniveer: योजना पर बहस: जेडीयू की मांग और राजनीतिक प्रतिक्रिया

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Agniveer: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत से पहले भारतीय सेना में भर्ती की अग्निवीर योजना को लेकर राजनीतिक हलचल फिर से तेज हो गई है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निवीर योजना पर पुनर्विचार की मांग करते हुए इसे मतदाताओं के बीच नाराजगी का कारण बताया है। त्यागी के इस बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं, जिससे राजनीतिक चर्चा गरमा गई है।


Agniveer: गी, जेकेसी त्याडीयू: “अग्निवीर योजना को लेकर मतदाताओं के एक हिस्से में नाराजगी है। हमारी पार्टी चाहती है कि इस योजना की कमियों और खामियों पर विस्तार से बात होनी चाहिए, क्योंकि जनता ने इस पर सवाल उठाए हैं।”

Agniveer: सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री, बिहार: “राजनाथ सिंह ने इस पर बयान दिया है और समीक्षा की बात कही है।”

अशोक चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार, जेडीयू: “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल पार्टी के सांसदों के साथ मीटिंग करेंगे जहां सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।”

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खालिद अनवर, जेडीयू: “यदि इस योजना से हमारे नौजवानों को नुक़सान हुआ है, तो गवर्नमेंट इस पर पुनर्विचार करेगी। यह कोई इतना बड़ा मसला नहीं है। जो लोगों के फ़ायदे में होगा, वह काम हमारी सरकार करेगी।”


Agniveer: अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी: “अग्निवीर व्यवस्था तुरंत ख़त्म होनी चाहिए। सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि उनकी ग़लती है कि उन्होंने अग्निवीर जैसी व्यवस्था लाई।”

मृत्युंजय तिवारी, राष्ट्रीय जनता दल: “नीतीश कुमार महात्मा गांधी के विचारों पर चलने वालों में से हैं। जनता देखेगी कि जेडीयू इस मुद्दे पर क्या करती है।”

दीपेंदर हुड्डा, कांग्रेस: “जेडीयू ने जो कहा है, वह ठीक है। अग्निवीर योजना तुरंत समाप्त होनी चाहिए।”

कपिल सिब्बल, कांग्रेस: “इस स्कीम के बारे में बहुत लोग असंतुष्ट हैं। इसका इलेक्शन पर प्रभाव पड़ा है। ‘दयालु भगवान’ को सोचना चाहिए कि इस पर विचार होना चाहिए।”

संजय सिंह, आम आदमी पार्टी: “अग्निवीर योजना भारत माता के साथ गद्दारी है। प्रधानमंत्री जी को पहले ही इस योजना को रद्द करना चाहिए था।”


Agniveer: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का दृष्टिकोण

कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान अग्निवीर योजना को निरंतर निशाना बनाया। उन्होंने इसे जवानों को “मजदूरों” में बदलने का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने का वादा किया। पटना की एक रैली में उन्होंने स्पष्ट किया कि, “अग्निवीर योजना को हम फाड़कर कूड़ेदान में फेंकने जा रहे हैं। हमें दो तरीके के जवान नहीं चाहिए। हर जवान को पेंशन, कैंटीन की सुविधाएं मिलनी चाहिए।”

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Agniveer: प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में एक जनसभा के दौरान अग्निवीर योजना को सत्ता की राजनीति का नतीजा बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि, “धन बल की ज़रूरत होती है और यह धन बल आता कहां से है, बड़े-बड़े खरबपतियों से। इसीलिए अग्निवीर जैसी स्कीम आती है।”

Agniveer: अमित शाह का पक्ष

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अग्निवीर योजना की आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी झूठे दावे कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना के तहत 25 प्रतिशत अग्निवीर सेना में स्थाई नौकरी पाएंगे और बाकी 75 प्रतिशत के लिए रिजर्वेशन और रियायतें दी गई हैं।


Agniveer: अग्निवीर योजना: एक दृष्टिकोण

अग्निपथ योजना भारतीय सेना के तीनों अंगों—थलसेना, वायुसेना, और नौसेना—में जवान, एयरमैन, और नाविक के पदों पर भर्ती के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा लाई गई है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर के रूप में जाना जाएगा और उनका कार्यकाल चार साल का होगा। योजना के अनुसार, अग्निवीरों को सेना के नियमित जवानों की तरह भत्ते और सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन चार साल की सेवा के बाद उन्हें पेंशन, ग्रेच्युटी, और पूर्व सैनिकों की सुविधाएं नहीं मिलेंगी। सेवा के बाद उनका पुनः चयन तभी हो सकेगा जब वे जूनियर कमीशंड अफसर या अन्य संबंधित पदों के रेगुलर नियमों के अनुसार चयनित होंगे।


अग्निवीर योजना की समीक्षा की मांग ने नई सरकार के सामने एक महत्वपूर्ण चुनौती खड़ी कर दी है। विभिन्न दलों की प्रतिक्रियाओं और आलोचनाओं के बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार कैसे इस मामले को संभालती है और युवाओं के भविष्य के लिए क्या निर्णय लेती है।

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