Shiv Sena UBT नेता अरविंद सावंत ने शिवसेना नेता Shaina NC पर की गई अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया है।Shaina NC, जो हाल ही में भाजपा से शिवसेना में शामिल हुई हैं, को सावंत ने “इम्पोर्टेड माल” कहकर संबोधित किया, जिससे राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया।
सावंत ने यह टिप्पणी मीडिया से बातचीत के दौरान की, जिसमें उन्होंने कहा कि “हमारे यहां इम्पोर्टेड माल नहीं चलता, सिर्फ असली माल ही चलता है।” उनका इशारा शाइना एनसी की ओर था, जो अब आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंबई के मुम्बादेवी से शिवसेना के टिकट पर खड़ी हैं।
Shaina NC ने इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे “महिलाओं के प्रति अपमानजनक” और “सेक्सिस्ट” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी सावंत और उनकी पार्टी की मानसिकता को दर्शाती है। “क्या अरविंद सावंत हर महिला को माल समझते हैं?” शाइना ने कहा।
उन्होंने ये भी जोड़ा कि महाराष्ट्र में महिलाएं विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे ‘लड़की बहन योजना,’ ‘उज्जवला योजना,’ ‘मुद्रा बैंकिंग,’ और ‘आवास योजना’ के माध्यम से सशक्त हो रही हैं। Shaina NC ने सावंत पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि कानून इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, “मैं मुंबई की बेटी हूं—किसी की माल नहीं हूं।”
Shaina NC की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब वह मुंबई के मुम्बादेवी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रही हैं। वह मूल रूप से वर्ली सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन पार्टी ने उन्हें मुम्बादेवी सीट से मैदान में उतारा, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस नेता मीलिंद देवड़ा से होगा। Shaina NC ने कहा कि यह बयान केवल एक महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला नहीं है बल्कि महाराष्ट्र की प्रगतिशील संस्कृति का भी अपमान है।
अरविंद सावंत ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि इसमें कोई आपत्तिजनक बात नहीं है और इसे अनावश्यक रूप से तूल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह पार्टी ऐसी ही है… मणिपुर में महिलाओं के बारे में कुछ कहने वाले क्यों चुप हैं?” सावंत ने Shaina NC पर भी आरोप लगाया कि वह अपने लिए एक नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी 55 साल की राजनीतिक जीवन में उन्होंने हमेशा महिलाओं का सम्मान किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि “महाराष्ट्र की बहनें इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं करेंगी और उन्हें चुनाव में अपना जवाब देंगी। अगर बालासाहेब ठाकरे आज यहां होते और किसी शिवसैनिक ने ऐसा कहा होता, तो वह उसका मुंह तोड़ देते।” मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी ने यह स्पष्ट कर दिया कि महिलाओं के सम्मान के मामले में उनकी पार्टी का कड़ा रुख है।
शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा ने भी सावंत के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने इसे “पूरी तरह से घृणास्पद” करार दिया और कहा कि अगर कोई “इम्पोर्टेड माल” है, तो वह खुद सावंत हैं, जो पवई में रहते हुए 2014 में दक्षिण मुंबई से सांसद बने। देवड़ा ने कहा कि महिलाओं के प्रति इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल बेहद आपत्तिजनक है और महाराष्ट्र के मूल्यों के खिलाफ है।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी इस बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है, खासकर महाराष्ट्र में, जहां हम अपनी लड़कियों और बहनों का सम्मान करते हैं। इस प्रकार के बयान पूरी तरह से निंदनीय और अस्वीकार्य हैं।”
इस विवाद से यह स्पष्ट होता है कि शिवसेना और विरोधी दलों के बीच महिलाओं के प्रति सम्मान और गरिमा का मुद्दा अब राजनीति के केंद्र में आ गया है। राज्य के नेताओं ने एक स्वर में सावंत के बयान की निंदा की है और महिलाओं के सम्मान को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
Your blog has quickly become one of my favorites. Your writing is both insightful and thought-provoking, and I always come away from your posts feeling inspired. Keep up the phenomenal work!