Note for Vote: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के ठीक पहले, भाजपा के नेताओं पर एक होटल में Note for Vote के लिए पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगा है। यह आरोप बहुजन विकास आघाड़ी (BVA) और कांग्रेस ने लगाए हैं, और इसे चुनावी माहौल को प्रभावित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
भाजपा नेता और पूर्व मंत्री विनोद तावड़े पर इन आरोपों के केंद्र में हैं, जिन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक होटल में मिलने के दौरान नकद बांटने के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
वीडियो और आरोप: क्या सच में Note for Vote की कोशिश की गई?
बहुजन विकास आघाड़ी (BVA) के नेताओं ने दावा किया कि भाजपा के नालासोपारा से उम्मीदवार राजन नाइक ने, विनोद तावड़े की मौजूदगी में, चुनावी वोटों को प्रभावित करने के लिए Note for Vote के मद्देनज़र पैसे बांटे। आरोपों के अनुसार, होटल के एक कमरे में पैसे से भरे लिफाफे और डायरियां मिलीं। इस दौरान, BVA के विधायक किटिज ठाकुर अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और भाजपा नेताओं का घेराव किया। विरोध प्रदर्शनों के दौरान वीडियो वायरल हुए, जिसमें BVA समर्थक तावड़े के सामने नोट लहराते हुए देखे गए। इन वीडियों में पैसे के साथ डायरियों की भी चर्चा हो रही थी, जिनमें कथित रूप से पैसों का विवरण था।
Note for Vote पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया: भाजपा पर निशाना
कांग्रेस ने Note for Vote घटना को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनावों में पैसे की ताकत का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, “भा.ज.पा. के बड़े नेता इस कृत्य में शामिल हैं, और चुनाव आयोग को इस मामले पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की नेता सुप्रिया सुले ने भी Note for Vote घटना पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर यह सच है, तो यह बहुत हैरान करने वाली बात है। यह वही पार्टी है जिसने नोटबंदी लागू की थी, तो अब इतनी बड़ी राशि कहां से आ गई?”
शिवसेना (UBT) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी इस मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बैग की जांच की गई थी, तो भाजपा के लोग कैसे बच गए? उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाएगी।
भा.ज.पा. का जवाब: आरोप निराधार
भा.ज.पा. ने Note for Vote आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। पार्टी ने इसे बहुजन विकास आघाड़ी का एक राजनीतिक स्टंट करार दिया और कहा कि तावड़े इस होटल में सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारी को लेकर बैठक कर रहे थे। भाजपा ने आरोपों को ‘गिमिक’ (झांसा) बताया और चुनाव आयोग से इस मामले की गहरी जांच की मांग की।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया: आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी किरण कुलकर्णी ने Note for Vote घटना के बारे में जानकारी दी और कहा कि इस मामले में शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि इस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और संबंधित सीसीटीवी फुटेज की जांच भी की जाएगी।
महाराष्ट्र का चुनावी माहौल और राजनैतिक तनाव
महाराष्ट्र में इस बार विधानसभा चुनाव में मुकाबला बेहद कड़ा होने की उम्मीद है। पिछली विधानसभा में भाजपा और शिवसेना के गठबंधन ने जबरदस्त जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद हुआ और उनका गठबंधन टूट गया। इसके बाद शिवसेना (UBT) ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार बनाई। हालांकि, 2022 में एक और सियासी उलटफेर हुआ, जब एकनाथ शिंदे ने बगावत की और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।
इस बार दोनों शिवसेना और एनसीपी के गुट एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोचक बन गया है।महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के इस कड़े और विवादित चुनावी माहौल में विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर उठाए गए आरोपों से स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या इस आरोप के परिणामस्वरूप किसी तरह की कार्रवाई होती है।
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