Jharkhand Election 2024 का आगाज़ हो चुका है, जहां पहले चरण में जोरदार मतदान हुआ और चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए। इसी बीच, Wayanad Bypoll में प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी चुनावी शुरुआत की, जिसने काफी ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल, केरल, असम और अन्य कई राज्यों में उपचुनाव भी हुए, जिससे इस दिन की राजनीतिक गतिविधियाँ और भी व्यस्त हो गईं।
Jharkhand Election 2024: उच्च मतदान और कड़ा मुकाबला
13 नवंबर को झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से 43 सीटों पर मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 5 बजे तक 64.86% का प्रभावशाली मतदान दर्ज किया गया। इन 43 सीटों में 17 सामान्य, 20 अनुसूचित जनजाति और 6 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। बाकी 38 सीटों पर 20 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा। सुबह 11 बजे तक खूंटी जिले में सबसे अधिक 34.12% मतदान दर्ज हुआ, उसके बाद गुमला (33.86%), लोहरदगा (33.44%) और सिमडेगा (33.18%) में भी भारी मतदान देखा गया।
चुनाव आयोग ने 31 निर्वाचन क्षेत्रों में 950 बूथों को “संवेदनशील” के रूप में चिह्नित करते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती की है। सभी मतदान केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और वेबकास्टिंग जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। रांची विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर उत्कर्ष कुमार ने बताया, “सभी तैयारी पूरी हैं और चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित सभी नियमों का पालन किया जा रहा है।”
पहले चरण में 638 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है, जिसमें 73 महिलाएं भी शामिल हैं। मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ गठबंधन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच है। भाजपा का चुनाव प्रचार सीमावर्ती घुसपैठ और समान नागरिक संहिता (UCC) जैसे मुद्दों पर केंद्रित है।
एनडीए ने अपने घोषणापत्र में बांग्लादेश से आ रहे घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालने और राज्य की आदिवासी पहचान की रक्षा करने का संकल्प लिया है। वहीं, JMM ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण और शिक्षा, कृषि और आदिवासी अधिकारों पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया है। कांग्रेस ने 250 यूनिट मुफ्त बिजली, जातिगत जनगणना और एक साल में सरकारी पदों की भर्ती का आश्वासन दिया है।
Wayanad Bypoll: प्रियंका गांधी की शुरुआत, लेकिन कम मतदान
साथ ही, केरल की Wayanad Bypoll में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। प्रियंका का मुकाबला CPI(M) के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास से है। हालांकि, इस बार वायनाड में मतदाताओं का रुझान अपेक्षाकृत कम दिखा और अंत में मतदान प्रतिशत 64.72% ही दर्ज हुआ, जो 2009 में इस सीट के गठन के बाद का सबसे कम मतदान है।
विपक्ष के नेता वीडी सतीसन के अनुसार, CPI(M) के प्रभाव वाले क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच उत्साह की कमी इस घटते मतदान का कारण हो सकता है। Wayanad Bypoll वायनाड में कुछ महीने पहले आए भूस्खलन के बाद हो रहा है, जिसमें 231 लोगों की मौत हो गई थी और 47 लोग अभी भी लापता हैं। मुण्डक्कई, चूरालमाला और अट्टमाला के विस्थापितों के लिए मेप्पडी में विशेष मतदान केंद्र बनाए गए थे।
प्रियंका की चुनावी यात्रा को कांग्रेस के बड़े नेताओं, जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का समर्थन मिला। हालाँकि मतदान कम रहा, कांग्रेस के नेताओं को विश्वास है कि प्रियंका गांधी के लिए 5 लाख वोटों की बहुमत संभव है।
देशभर में विधानसभा उपचुनाव: पश्चिम बंगाल में हिंसा, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में उच्च मतदान
Jharkhand Election 2024 और Wayanad Bypoll के अलावा, 10 राज्यों में 31 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें कई क्षेत्रों में भारी मतदान और जोश देखने को मिला। राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ और शाम 7 बजे तक 64.75% वोटिंग दर्ज हुई। इसी तरह, कर्नाटक के चन्नापटना, सन्दुर और हावेरी निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव हुए, जहां हाल ही में सांसद बने विधायकों ने अपनी सीटें छोड़ी थीं। चन्नापटना सीट, जो पहले एचडी कुमारस्वामी का निर्वाचन क्षेत्र था, कर्नाटक की राजनीति में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मध्य प्रदेश के विजयपुर और बुधनी में हुए उपचुनाव में मतदान प्रतिशत 70% से भी अधिक दर्ज हुआ। वहीं, मेघालय के गम्बेग्रे सीट पर भी तेज़ मतदान हुआ, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की पत्नी मेहताब चांडी संगमा ने नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) की उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में उपचुनाव हिंसक घटनाओं के बीच हुए। उत्तर 24 परगना जिले के जगतदल क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या हो गई। इस हिंसा के बावजूद शाम 5 बजे तक बंगाल में 69% मतदान हुआ। असम में भी उपचुनावों के दौरान कुछ घटनाएँ सामने आईं। इन पांच सीटों में से चार पर पिछली बार भाजपा और उसके सहयोगियों ने जीत दर्ज की थी।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, Jharkhand Election 2024 का पहला चरण, प्रियंका गांधी का वायनाड में चुनावी पदार्पण और देशभर में विभिन्न उपचुनावों ने भारतीय राजनीति के इस मौसमी दौर की शुरुआत कर दी है। आगामी चरणों में प्रमुख मुद्दों, सुरक्षा इंतजामों और मतदाता रुझानों पर ध्यान बना रहेगा।
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