Assembly Election: Jammu-Kashmir और Haryana का शेड्यूल घोषित

Assembly Election: Jammu-Kashmir
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने Jammu-Kashmir और Haryana की Assembly Election का शेड्यूल आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है। इस घोषणा के दौरान, उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा इन क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए किए गए हालिया प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।

Assembly Election: हालिया दौरे और तैयारियां

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के हालिया दौरे का जिक्र किया जो आगामी चुनावों की तैयारी का आकलन करने के लिए किये गए थे। इन दौरों के दौरान, उन्होंने Jammu-Kashmir में विशेष रूप से लोगों के बीच एक उल्लेखनीय उत्साह देखा। जम्मू कश्मीर के लोगो में  चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने की प्रबल इच्छा है। “लोग चाहते हैं कि वहां जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं,” कुमार ने कहा, और जनता की चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी की तत्परता पर जोर दिया।

Jammu-Kashmir: ऐतिहासिक मतदान

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात जम्मू-कश्मीर में 2024 के आम चुनावों के दौरान देखी गई असाधारण मतदाता संख्या थी। कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर ने पिछले तीन दशकों में अपनी सबसे उच्चतम मतदाता संख्या देखी, जिसमें 58.58% की भागीदारी रही। इस लोकतंत्र की पुकार का सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण कश्मीर घाटी में देखा गया, जहाँ मतदान प्रतिशत 51.06% तक पहुँच गया।

चुनाव आयोग ने कश्मीरी प्रवासियों के लिए मतदान को सुगम बनाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 26 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। इस पहल के साथ ही जम्मू कश्मीर के लोगो के नामांकन और मतदान प्रक्रिया को सरल बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक नागरिक अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। कुमार ने गर्व से बताया कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव शांति से संपन्न हुए और किसी भी मतदान केंद्र पर re-polling की आवश्यकता नहीं पड़ी।

Haryana का मतदाता सूची

Haryana के संबंध में, CEC कुमार ने राज्य की मतदाता सूची के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। 2 अगस्त, 2024 को प्रकाशित ड्राफ्ट सूची के अनुसार, हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से 1.06 करोड़ पुरुष मतदाता हैं, 0.95 करोड़ महिला मतदाता हैं और 4.52 लाख प्रथम बार मतदाता हैं। कुमार ने युवाओं के महत्वपूर्ण उपस्थिति पर भी जोर दिया, जिसमें 40.95 लाख युवा आगामी चुनाव में मतदान के लिए एलिजिबल हैं।

हरियाणा की विधानसभा में 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें से 73 सामान्य हैं, 17 अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं है। हरियाणा की अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त, 2024 को प्रकाशित की जाएगी, ताकि चुनाव से पहले सभी पात्र मतदाताओं को शामिल किया जा सके।

Assembly Election: Haryana
Assembly Election: Haryana

Assembly Election: तारीखें और चरण

चुनाव आयोग ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर में Assembly Election तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर, और 1 अक्टूबर, 2024 को होंगे।

इन चुनावों के परिणाम 4 अक्टूबर, 2024 को घोषित किए जाएंगे। हरियाणा में मतदान 1 अक्टूबर, 2024 को होगा और परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

केंद्र शासित राज्य बनने के बाद यह जम्मू-कश्मीर में पहले Assembly Election होंगे। यह घोषणा चुनाव आयोग द्वारा इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के बाद की गई है।

 

चुनाव शेड्यूल का स्वागत

जम्मू-कश्मीर में सभी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार विधानसभा चुनाव कराने के चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया है। कुमार ने चुनाव आयोग की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि “हमने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों के साथ बैठकें कीं और सभी ने चुनाव जल्द से जल्द कराने की इच्छा जताई।”

चुनौतियां और सुरक्षा चिंताएं

CEC कुमार ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने से जुड़ी चुनौतियों और विशेष रूप से सुरक्षा चिंताओं का उल्लेख किया। हालांकि, उन्होंने इस प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया। कुमार ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग किसी भी आंतरिक या बाहरी ताकत को चुनाव प्रक्रिया को बाधित नहीं करने देगा, और आश्वासन दिया कि “जम्हूरियत का झंडा बुलंद रहेगा।”

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की घोषणा लगभग पांच साल बाद की गई है, जब नवंबर 2018 में राज्य की विधानसभा को भंग कर दिया गया था। अंतिम चुनाव पूर्व राज्य में नवंबर-दिसंबर 2014 में हुआ था, और इसके बाद 2019 में राज्य के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया। जम्मू-कश्मीर का परिसीमन मई 2022 में पूरा हुआ, जिससे क्षेत्र को 90 विधानसभा क्षेत्रों में विभाजित किया गया, जिसमें 43 जम्मू क्षेत्र और 47 कश्मीर क्षेत्र के लिए हैं। ये परिवर्तन और आगामी चुनाव जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण क्षण  हैं।

चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में महत्वपूर्ण चुनावी मुकाबले की शुरुआत हो चुकी है। अब सभी की नजरें मतदाताओं पर होंगी, जो अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का उपयोग करके अपने क्षेत्रों के भविष्य का निर्माण करेंगे।

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