Delhi Cocaine Case: नमकीन के पैकेट में छिपाई गई ₹2000 करोड़ की कोकीन जब्त, यूके निवासी आरोपी फरार

Delhi Cocaine Case

Delhi Cocaine Case: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए राजधानी के रेमेश नगर इलाके में एक बंद दुकान से करीब 200 किलोग्राम कोकीन बरामद की है। इस ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग ₹2000 करोड़ आंकी गई है। यह खुलासा पुलिस द्वारा कुछ दिनों पहले 560 किलोग्राम कोकीन की बरामदगी के बाद हुआ है। दोनों मामलों में जब्त ड्रग्स की कुल कीमत ₹7000 करोड़ से भी अधिक है, जिससे यह दिल्ली के सबसे बड़े Delhi Cocaine Case में से एक बन गया है।

Delhi Cocaine Case का भंडाफोड़: नमकीन के पैकेट में छिपाकर रखी गई कोकीन

यह ताजा Delhi Cocaine Case तब सामने आया जब पुलिस ने रेमेश नगर स्थित एक गोदाम में छापा मारा और वहां खुले नमकीन के पैकेटों में छिपाकर रखी गई कोकीन को बरामद किया। पुलिस ने Delhi Cocaine Case में एक व्यक्ति, मोहम्मद अखलाक, को गिरफ्तार किया है, जो उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का निवासी है। पुलिस के अनुसार, अखलाक ने इस ड्रग्स खेप को दिल्ली तक पहुंचाने का काम किया था। इसके अलावा, पुलिस ने खुलासा किया कि एक यूके निवासी ने इस ड्रग्स को दिल्ली में छिपाकर रखा था, जो अब फरार है।

Delhi Cocaine Case
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पुलिस अधिकारी ने Delhi Cocaine Case की जानकारी देते हुए बताया की “यह ड्रग्स खेप लगभग 200 किलोग्राम थी और इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹2000 करोड़ से अधिक है। इसे नमकीन के पैकेटों में छिपाकर रखा गया था।” पुलिस ने बताया कि इस Delhi Cocaine Case में पकड़ा गया अखलाक पहले से ही ₹5000 करोड़ के ड्रग्स मामले में गिरफ्तार हो चुका है और उससे पूछताछ के दौरान ही यूके निवासी के बारे में पता चला।

पहले भी हुई थी 560 किलोग्राम कोकीन की बरामदगी

यह Delhi Cocaine Case उस पहले बड़े ड्रग्स भंडाफोड़ से जुड़ा हुआ है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर की शुरुआत में महिपालपुर के एक गोदाम से 560 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त किया था। उस समय बरामद ड्रग्स की कीमत ₹5620 करोड़ थी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें तुषार गोयल, हिमांशु कुमार, और औरंगजेब सिद्दीकी शामिल थे। इन आरोपियों के पास से 15 किलोग्राम कोकीन उनकी निजी कब्जे से बरामद की गई थी।

पुलिस ने बताया कि ये आरोपी गोदाम से ड्रग्स की सप्लाई देने के लिए बाहर निकल रहे थे, तभी उन्हें पकड़ लिया गया। तुषार गोयल दिल्ली के वसंत विहार का निवासी है, जबकि हिमांशु और औरंगजेब उसके दो सहयोगी हैं। इनके अलावा पुलिस ने मुंबई के कुर्ला वेस्ट से ड्रग्स रिसीवर भारत जैन को भी गिरफ्तार किया था।

कार्टेल का मास्टरमाइंड और फरार आरोपी

पुलिस की जांच में यह पता चला है कि दोनों ड्रग्स मामलों में दिल्ली स्थित एक बिजनेसमैन, वीरेंद्र बसोया, का हाथ है, जो इस समय दुबई में है। वीरेंद्र बसोया 2011 में तिहाड़ जेल में तुषार गोयल से मिला था और तभी से वे एक बड़े ड्रग्स सिंडिकेट का हिस्सा बन गए थे। बताया जा रहा है कि बसोया ने साउथ अमेरिका से भारत के लिए ड्रग्स भेजने के लिए एक पुराना कार्गो जहाज का इस्तेमाल किया था।

पुलिस के मुताबिक, बसोया ने एक यूके नागरिक को दूसरी खेप को संभालने के लिए रखा था। इस यूके नागरिक को यह निर्देश दिया गया था कि वह खेप को अलग-अलग हैंडलरों और सिंडिकेट्स में वितरित करे। हालांकि, पुलिस के हाथ लगने से पहले ही वह आरोपी भारत से फरार हो गया। पुलिस को संदेह है कि उसने रविवार या सोमवार को भारत छोड़ा था।

GPS तकनीक से पकड़ी गई खेप

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ड्रग्स ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ी में लगे GPS की मदद से इस बड़ी खेप का पता लगाया। पुलिस ने GPS ट्रैकिंग के जरिए वाहन का पीछा किया और रेमेश नगर के गोदाम में छापा मारकर ड्रग्स को जब्त किया। इसके बाद, पुलिस ने गोदाम से मिले नमकीन के पैकेटों को खोला और उनमें छिपाकर रखी गई कोकीन को बरामद किया।

अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क पर नकेल

यह पूरी ड्रग्स बरामदगी एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ी हुई है, जिसे एक दुबई में बसे भारतीय मूल के व्यवसायी द्वारा संचालित किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, यह सिंडिकेट पहले भी कई बार भारत में ड्रग्स की खेप भेज चुका है और इसे अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करने के लिए कई लोगों की मदद ली जाती है।

इस ताजा Delhi Cocaine Case में पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें अखलाक भी शामिल है, जो हापुड़ से ड्रग्स लेकर दिल्ली आया था। पुलिस इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और उम्मीद है कि जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

लुकआउट नोटिस और आगे की कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने फरार आरोपी वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, ताकि वह देश छोड़कर भाग न सके। पुलिस ने यह भी बताया कि बसोया की गिरफ्तारी के बाद इस सिंडिकेट के बारे में और भी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं।

Delhi Cocaine Case ने एक बार फिर से दिल्ली और पूरे एनसीआर में बढ़ते ड्रग्स मामलों पर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस के मुताबिक, ये ड्रग्स एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई की जानी थी, लेकिन समय रहते पुलिस ने इस सिंडिकेट का भंडाफोड़ कर दिया।

इस तरह के मामलों में ड्रग्स तस्करों की गिरफ्तारी और बड़े सिंडिकेट्स का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, लेकिन यह भी स्पष्ट हो गया है कि देश में ड्रग्स नेटवर्क काफी फैल चुका है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।

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