Mangala Gauri Vrat 2024: सावन के महीने में हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। मंगला गौरी व्रत के दिन मां गौरी की पूजा की जाती है। विवाहित महिलाएं इस व्रत को पति की लम्बी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए रखती हैं।
विवाहित महिलाएं सावन के महीने में हर मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत रखती हैं। यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। विवाहित महिलाएं इस व्रत को पति की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए रखती हैं। माना जाता है कि मंगला गौरी व्रत के दिन पूरे मन से मां मंगला गौरी की पूजा की जाए तो वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता है। कुंवारी लड़कियां यह व्रत अच्छे वर की प्राप्ति के लिए करती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन में मंगल ही मंगल होता है।
Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत क्यों रखते हैं ?
मंगला गौरी को सुहाग और गृहस्थ सुख की देवी कहते हैं। इनकी पूजा-अर्चना करने से सभी सुख प्राप्त होते हैं। विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत करती हैं और कुंवारी कन्यायें अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से जीवन मंगलमय बना रहता है। इस व्रत के दिन माँ गौरी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है, खुशहाली आती है और घर अन्न धन से भरा रहता है।
Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चौथा मंगला गौरी व्रत 13 अगस्त मंगलवार के दिन किया जाएगा। सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर चौथा मंगला गौरी व्रत पड़ रहा है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 23 मिनट से लेकर 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।
Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि
मंगला गौरी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं और उस पर मां गौरी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। फिर मां मंगला गौरी के समक्ष व्रत का संकल्प करें और दीपक जलाएं। फिर विधि-विधान से देवी गौरी की पूजा करें और उन्हें फल, फूल आदि अर्पित करें। पूजा संपन्न होने के बाद मां गौरी की आरती करें और उनसे सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत का महत्व
सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए मंगला गौरी का व्रत करती हैं।कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए मंगला गौरी व्रत रखती हैं। साथ ही मान्यता है कि मंगला गौरी का व्रत रखने से कुंडली में मंगल दोष दूर होता है। अगर किसी व्यक्ति के दांपत्य जीवन में कोई समस्याएं बनी हुई हैं, तो उन्हें मंगला गौरी व्रत जरूर करना चाहिए। इससे दांपत्य जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं और खुशहाली बनी रहती है। माँ मंगला गौरी के आशीर्वाद से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
मां मगला गौरी की आरती
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता
ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल दाता। जय मंगला गौरी…।
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता,
जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय मंगला गौरी…।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है,
साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था। जय मंगला गौरी…।
सतयुग शील सुसुन्दर नाम सटी कहलाता,
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता। जय मंगला गौरी…।
शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता,
सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाता। जय मंगला गौरी…।
सृष्टी रूप तुही जननी शिव संग रंगराताए
नंदी भृंगी बीन लाही सारा मद माता। जय मंगला गौरी…।
देवन अरज करत हम चित को लाता,
गावत दे दे ताली मन में रंगराता। जय मंगला गौरी…।
मंगला गौरी माता की आरती जो कोई गाता
सदा सुख संपति पाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
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