Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है ? जानें इसका महत्त्व और पूजा विधि

Hariyali Teej 2024

Hariyali Teej 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का त्यौहार सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहते हैं। यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। तीज वाले दिन ही देवों के देव महादेव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।

माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए 107 जन्मों तक तप किया था। भगवान भोलेनाथ माता पार्वती के कठिन तप से प्रसन्न हुएऔर उन्हें वरदान दिया कि वह उनसे विवाह करेंगे।  उन्होंने 108 वें जन्म में पार्वती जी से विवाह रचाया। यही कारण है कि हरियाली तीज का दिन सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन व्रत करने से सारी मनोकामनायें पूरी हो जाती हैं। यह व्रत पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।

Hariyali Teej 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हरियाली तीज 7 अगस्त (2024) बुधवार को मनाई जाएगी। यह त्यौहार श्रावण शु्क्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य प्राप्ति के लिए मनाया जाता है।

हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त : इस साल सावन माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का आरंभ 06 अगस्त को शाम 07 बजकर 52 मिनट पर होगा और अगले दिन यानी 07 अगस्त (2024) को रात 10 बजकर 06 मिनट पर समापन होगा। इसलिए उदयातिथि के अनुसार, 07 अगस्त को हरियाली तीज मनाई जाएगी।

Hariyali Teej 2024

Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज का महत्त्व

हिन्दू धर्म में हरियाली तीज का बहुत महत्त्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसे भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की खुशी में मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया,माता पार्वती के तप से प्रसन्न होकर शिव ने श्रावण शुक्ल तीज के दिन ही मां पार्वती को अपनी पत्नी रूप में स्वीकार किया।

हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं। तीज के दिन सुहागिनें निर्जला व्रत करती हैं, और 16 श्रृंगार कर भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत को करने से सुहागिनों को सदा सौभाग्यवती रहने का वरदान मिलता है। यह व्रत पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।

Hariyali Teej 2024: व्रत रखने से बनते हैं शादी के योग

पौराणिक कथाओं के अनुसार अगर किसी लड़की की शादी नहीं हो रही है या शादी में कोई रूकावट आ रही है तो उसे हरियाली तीज का व्रत जरूर करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि हरियाली तीज का व्रत करने से शादी का योग बनता है। अगर किसी लड़की की शादी में बार-बार मुश्किलें आ रही हैं या बात बनते-बनते बिगड़ जाती है तो हरियाल तीज के दिन विधि-विधान के साथ मां गौरी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। हरियाली तीज के दिन सुहागिनें सोलह श्रृंगार करके व्रत और पूजा-पाठ करती हैं।

कलश, चंदन, अक्षत, पीला कपड़ा, केले के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शहद, चीनी, गया का दूध, गंगाजल, पंचामृत, सुपारी, नारियल, कपूर, घी, तेल, गुलाल, कच्चा सूत, जनेऊ, पार्वती माता को अर्पित करने के लिए एक हरी साड़ी, सोलह श्रृंगार की चीजें आदि हरियाली तीज के दिन पूजा की थाली में ये सब सामान जरूर होना चाहिए। इन चीजों को पूजा में रखने से पूजन सामग्री पूरी मानी जाती है और व्रत का फल भी मिलता है।

Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज की पूजन विधि

हरियाली तीज के दिन घर को तोरण और फूलों से सजाएं। एक चौकी पर  मिट्टी से भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और मां पार्वती की सखियों की मूर्ति बनाएं। उसके बाद चौकी पर लाल या पीला कपडा बिछाएं और प्रतिमाओं को स्थापित करें। प्रतिमाओं को रंग – बिरंगे फूलों से सजाएँ। पूजा करने के लिए एक थाली लें और उसमें सुहाग का सारा सामान रखकर माता पार्वती को अर्पित करें। भगवान शिव को वस्त्र अर्पित करें। पूजा की सारी तैयारी करने के बाद दीपक जलायें और व्रत की कथा पढ़ें।

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