West Bengal में साइक्लोन ‘रेमल’ ने भारी तबाही मचाई है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 120 किमी/घंटा की रफ्तार से टकराया यह चक्रवाती तूफान राज्य में व्यापक विनाश का कारण बना है।
West Bengal जान-माल की हानि
मृत्यु और नुकसान: इस चक्रवात से 6 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 29,500 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।बिजली की समस्या: 15 लाख लोग बिना बिजली के हैं, जिससे उनका जीवन कठिन हो गया है।
प्रकृति का कहर

पेड़ और इलेक्ट्रिक पोल: तूफान की तेज़ हवाओं के कारण अनुमान लगाया गया है कि 2,140 पेड़ और 1,700 इलेक्ट्रिक पोल गिर गए हैं।
भारी बारिश: चक्रवात रेमल के बाद पश्चिम बंगाल और पड़ोसी राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। तूफान पश्चिम बंगाल तट के पास पहुंचा और बाद में कमजोर होकर “चक्रवाती तूफान” में बदल गया।
West Bengal राहत और बचाव कार्य

शिविरों में लोग: अनुमान के अनुसार 77,200 लोग अभी भी राहत शिविरों में हैं।
सड़कों और संपत्तियों का नुकसान**: राज्य भर में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं, सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें अभी भी बचाव और पुनर्वास कार्यों में जुटी हैं।
सरकार के कदम
कोलकाता एयरपोर्ट बंद: सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर कोलकाता एयरपोर्ट को 21 घंटे के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
इस भीषण चक्रवात ने पश्चिम बंगाल में जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। सरकार और राहत एजेंसियाँ निरंतर प्रयासरत हैं ताकि सामान्य स्थिति बहाल की जा सके और प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। ऐसे कठिन समय में, सामूहिक प्रयास और सहयोग ही इस संकट से उबरने में मदद कर सकते हैं।