उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर के कैम्पियरगंज में Jatayu Conservation Centre का उद्घाटन किया। यह केंद्र न केवल गिद्धों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है।
राजगिद्धों का महत्व और संकट
Jatayu Conservation Centre की स्थापना का मुख्य उद्देश्य राजगिद्ध (रेड हेडेड वल्चर) की प्रजाति के संरक्षण को सुनिश्चित करना है। गिद्धों की यह प्रजाति, जो कि रामायण काल के प्रसिद्ध पात्र गिद्ध राज जटायु से जुड़ी है, अब विलुप्त होने की कगार पर है। रासायनिक खाद और दवाओं के प्रभाव के कारण गिद्धों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, जिससे इस प्रजाति के अस्तित्व को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
Jatayu Conservation Centre की विशेषताएँ
जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का निर्माण 2.80 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस केंद्र में विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ब्रीडिंग एवरी: जहां गिद्धों के प्रजनन के लिए विशेष प्रबंधन किया जाएगा।
- होल्डिंग एवरी: गिद्धों के आराम और देखभाल के लिए।
- हॉस्पिटल एवरी: गिद्धों के स्वास्थ्य की निगरानी और इलाज के लिए।
- नर्सरी एवरी: युवा गिद्धों की देखरेख के लिए।
- वेटनरी सेक्शन: गिद्धों के चिकित्सा के लिए।
केंद्र में कुल 6 राजगिद्धों (नर और मादा) को लाया गया है, जिनकी निगरानी सीसी कैमरों के माध्यम से की जाएगी। यह केंद्र आगामी आठ-दस वर्षों में 40 जोड़े राजगिद्धों को छोड़ने का लक्ष्य रखता है।
संरक्षण और पर्यटकों के लाभ
Jatayu Conservation Centre का उद्घाटन केवल एक संरक्षण पहल नहीं है, बल्कि यह ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा देगा। केंद्र की स्थापना से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। यह पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने और लोगों को प्राकृतिक संरक्षण की दिशा में प्रेरित करने में सहायक होगा।
मुख्यमंत्री की घोषणाएँ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन समारोह में कहा कि गिद्ध राज जटायु हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गाय और बंदर की हत्या को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यह केंद्र गिद्धों की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
विकास परियोजनाओं की शुरुआत
Jatayu Conservation Centre के उद्घाटन के साथ ही, मुख्यमंत्री ने सोनबरसा गांव में विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में रेल ओवरब्रिज, स्मार्ट स्कूल, और स्मार्ट पंचायत भवन शामिल हैं, जो क्षेत्रीय विकास और स्थानीय जीवनस्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं।
गोरखपुर में स्थापित Jatayu Conservation Centre न केवल राजगिद्धों की प्रजाति के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान प्रदान करता है। इस केंद्र की सफलता से भारतीय वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ेगा, जो कि पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता के लिए अत्यंत आवश्यक है
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