Punjab Police ने अपने कर्मियों के बच्चों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल के तहत पंजाब पुलिस ने निदेशक जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव के मार्गदर्शन में चंडीगढ़ स्थित आईएएस स्टडी ग्रुप के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
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Toggleसमारोह में MOU पर हस्ताक्षर
यह समझौता आज जालंधर के पीएपी (Punjab Armed Police) कैंपस में आयोजित एक समारोह के दौरान औपचारिक रूप से किया गया। इस अवसर पर एम.एफ. फारूकी, एडीजीपी, पीएपी, और राज मल्होत्रा, निदेशक, आईएएस स्टडी ग्रुप, ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। एडीजीपी फारूकी ने इस अवसर पर कहा कि यह सहयोग पुलिस कर्मियों के बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली आईएएस, पीसीएस और अन्य सेवाओं की कोचिंग प्रदान करने के लिए है, जो कि रियायती दरों पर उपलब्ध होगी।
कोचिंग की फीस और रियायतें
फारूकी ने जानकारी दी कि पीएपी कैंपस में जल्द ही उद्घाटन होने वाले इस कोचिंग सेंटर में कुल कोर्स की फीस ₹1,40,000 होगी। हालांकि, Punjab Police के बच्चों के लिए इसमें भारी छूट दी जाएगी। निरीक्षक रैंक तक के अधिकारियों के बच्चों के लिए 50% छूट दी जाएगी, जिससे फीस घटकर ₹70,000 हो जाएगी। वहीं, डीएसपी और उच्च रैंक के अधिकारियों के बच्चों के लिए 40% छूट दी जाएगी।
शहीद Punjab Police के परिवारों के लिए विशेष प्रावधान
एडीजीपी ने यह भी घोषणा की कि शहीद Punjab Police के परिवारों के बच्चों को 100% फीस माफी दी जाएगी, जिससे उन्हें मुफ्त में कोचिंग का लाभ मिलेगा। यह पहल उन परिवारों के बलिदानों को सम्मानित करने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
फीस भुगतान और अन्य विशेष प्रावधान
फीस का भुगतान तीन किश्तों में छह महीनों के भीतर किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर उम्मीदवार का चयन नहीं होता है, तो आगे किसी भी प्रकार का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी। एमओयू में एक प्रावधान यह भी है कि आर्थिक रूप से कमजोर और शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट उम्मीदवारों के लिए “जॉय ऑफ गाइडेंस” नामक एनजीओ के माध्यम से 50% छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
निजी व्यक्तियों के लिए भी कोचिंग की सुविधा
इसके अतिरिक्त, पीएपी कैंपस के भीतर निजी व्यक्ति भी इस कोचिंग का लाभ उठा सकते हैं, जिन्हें 10% की छूट दी जाएगी। गैर-पुलिस परिवारों द्वारा भुगतान की गई फीस का 10% हिस्सा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल के तहत पीएपी को वापस किया जाएगा।
कक्षाओं का आयोजन
कोचिंग कक्षाएं सप्ताह में छह दिन, दोपहर 3-5 बजे के बीच पीएपी बटालियन, जालंधर के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) में आयोजित की जाएंगी। आवश्यकता पड़ने पर समय में समायोजन भी किया जा सकता है।
समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति
इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के समारोह में कई वरिष्ठ Punjab Police अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें डीआईजी/प्रशासन पीएपी इंदरबीर सिंह, डीआईजी पीएपी-II राजपाल सिंह संधू, आईपीएस, और एसपी मनदीप सिंह समेत अन्य अधिकारी शामिल थे।
यह पहल Punjab Police के बच्चों को मूल्यवान शैक्षणिक अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने और अपने परिवारों को गर्वित करने के लिए प्रेरित करेगी।