Odisha Bird Flu: ओडिशा सरकार ने बर्ड फ्लू (H5N1) के संक्रमण के बाद पुरी जिले के पिपली में 11,700 से अधिक मुर्गियों की हत्या कर दी है। स्थानीय पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की बड़ी संख्या में मौत के बाद यह कार्रवाई की गई। अतिरिक्त निदेशक (रोग नियंत्रण) जगन्नाथ नंदा ने कहा कि 13 त्वरित प्रतिक्रिया दल (Rapid Response Teams) इस अभियान को संभाल रहे हैं, जबकि कुछ पोल्ट्री फार्म मालिक अपनी ओर से भी हत्या का काम कर रहे हैं।
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ToggleOdisha Bird Flu के खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारी
स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक, विजय मोहापात्रा ने कहा कि बर्ड फ्लू ओडिशा के लिए नया नहीं है, लेकिन विभाग सभी हितधारकों के साथ मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि दवाओं की कोई कमी नहीं है और पोल्ट्री श्रमिकों को स्वच्छता बनाए रखने और मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
Odisha Bird Flu के वजह से 20,000 मुर्गियों की हत्या की योजना
Odisha Bird Flu के वजह से पुरी जिले के पिपली में 43 पोल्ट्री फार्मों से 20,000 मुर्गियों की हत्या की जाएगी। एक 12-सदस्यीय टीम को वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैनात किया गया है। इस निर्णय के बाद, किसानों ने पर्याप्त मुआवजे की मांग की है और अधिकारियों ने सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया है।
किसानों की चिंता और मुआवजे की मांग
मिली जानकारी के अनुसार Odisha Bird Flu के वजह से पोल्ट्री किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें मुआवजा नहीं मिला, तो वे एक भी मुर्गा नहीं मारे जाने देंगे। किसान सुषांत कुमार दास ने कहा, “मैंने विभिन्न स्रोतों से पैसे उधार लिए हैं और पोल्ट्री फार्मिंग के लिए 3 लाख रुपये निवेश किए हैं। अगर मेरे मुर्गे मारे जाते हैं, तो मुझे मुआवजा कौन देगा?”
ओडिशा पोल्ट्री डेवलपमेंट फोरम के सचिव, प्रद्युम्न परिडा ने कहा, “हम मुर्गियों की हत्या के निर्णय का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन किसानों को होने वाली हानि का क्या होगा? हमें मुआवजा कौन देगा?”
राज्य सरकार की आश्वासन
मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग ने आश्वासन दिया है कि किसानों को केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। डायरेक्टरेट ऑफ एनिमल हसबेंड्री एंड वेटरनरी सर्विसेज के संयुक्त निदेशक, मनोज पट्नायक ने कहा, “हमने भोपाल में सैंपल भेजा और रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। दिशा-निर्देशों के अनुसार, 1 किमी के दायरे में सभी मुर्गियों की हत्या करनी होगी। छोटे मुर्गे के लिए ₹20 और बड़े मुर्गे के लिए ₹60 मुआवजा दिया जाएगा।”
बर्ड फ्लू का प्रसार और पड़ोसी राज्य की प्रतिक्रिया
Odisha Bird Flu के प्रसार को देखते हुए पश्चिम बंगाल ने ओडिशा से चिकन खरीदने से इंकार कर दिया है। पश्चिम बंगाल पोल्ट्री फेडरेशन ने इस निर्णय के बारे में सूचित किया है।
पिपली ब्लॉक में 13-सदस्यीय त्वरित प्रतिक्रिया टीम को 24 अगस्त को भेजा गया था। पिछले कुछ दिनों से पिपली क्षेत्र में हजारों मुर्गे मर रहे थे। पशुपालन विभाग ने मुर्गियों की गिनती की और मुआवजे का भुगतान सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार करने का आश्वासन दिया है।
Odisha Bird Flu का यह प्रकोप पोल्ट्री किसानों और सरकार दोनों के लिए एक चुनौती पेश कर रहा है। जबकि राज्य सरकार ने त्वरित कदम उठाकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की है, किसानों की चिंताओं और मुआवजे की मांग भी महत्वपूर्ण है। स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और सरकार का प्रयास है कि वायरस के प्रसार को रोका जा सके और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जा सके।
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