Nagpur Blast:  विस्फोटक निर्माण फैक्ट्री में धमाका, पांच लोगों की मौत

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Nagpur Blast: नागपुर के पास धामना गाँव में एक विस्फोटक फैक्ट्री में कार्य के दौरान विस्फोट  होने से वहां काम करने वाले पांच लोगो की मौत हो गयी। Nagpur Blast हमारा ध्यान एक बार फिर उन खतरनाक परिस्थितयो की तरफ ले जाता है जिनका सामना  इस तरह की फैक्ट्रीज में काम करने  वाले लोग रोज़ाना करते हैं। 

विस्फोटक निर्माण फैक्ट्री में धमाका, पांच लोगों की मौतएक विनाशकारी घटना में, नागपुर के धामना गाँव में स्थित एक विस्फोटक निर्माण फैक्ट्री में हुए बड़े विस्फोट से पाँच लोगों की मौत हो गई और पाँच अन्य घायल हो गए। यह घटना गुरुवार दोपहर को चमुंडी एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड में हुई, जो शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर है।

नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर सिंगल ने इस दुखद घटना पर अपडेट देते हुए कहा, “धामना में स्थित विस्फोटक निर्माण फैक्ट्री में नागपुर ब्लास्ट के दौरान कम से कम पाँच लोगों की मौत हो गई और पाँच अन्य घायल हो गए। हमारी जांच चल रही है और हमारी टीम, क्राइम ब्रांच और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।”

Nagpur Blast: घटना का विवरण

Nagpur blast दोपहर 1 बजे के आसपास हुआ जब कर्मचारी विस्फोटक पैक कर रहे थे। विस्फोट इतना जोरदार था कि इसने फैक्ट्री को भारी नुकसान पहुंचाया और त्वरित रूप से मौतें हुईं। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मृतक कर्मचारियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया है।

केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “नागपुर में छह लोगों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं बहुत दुखी हूं और अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”

Nagpur Blast: जांच और प्रतिक्रिया

पूर्व महाराष्ट्र गृह मंत्री और एनसीपी-एससीपी नेता अनिल देशमुख, जो घटनास्थल पर मौजूद थे, ने बताया कि यूनिट का प्रबंधक और मालिक वर्तमान में फरार हैं। देशमुख ने कहा, “घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। विस्फोटक विभाग की एक टीम यहाँ है और आगे की जांच चल रही है।”

प्राधिकरण नागपुर ब्लास्ट के कारणों का पता लगाने के लिए कड़ी जांच कर रहे हैं। यह घटना औद्योगिक संचालन में सख्त सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर करती है ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

पिछले हादसे

यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में ऐसी त्रासदी हुई है। पिछले महीने, ठाणे जिले के डोंबिवली औद्योगिक क्षेत्र में 23 मई को एक बड़े अग्निकांड में कम से कम पाँच लोगों की मौत हो गई और 56 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यह आग एम्बर केमिकल कंपनी में बॉयलर ब्लास्ट के कारण लगी थी। इसके अलावा, 18 जनवरी को ठाणे में एक रासायनिक फैक्ट्री में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में एक मजदूर की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे।

सुरक्षा उपायों में सुधार की मांग

इन औद्योगिक दुर्घटनाओं, विशेष रूप से हाल ही में हुए Nagpur blast, की पुनरावृत्ति से यह आवश्यकता उजागर होती है कि खतरनाक पदार्थों को संभालने वाले कारखानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल को बेहतर बनाया जाए। श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और इस तरह की घटनाओं को रोकना उद्योग नियामकों और कारखाना प्रबंधन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

निष्कर्ष

जैसे-जैसे Nagpur blast की जांच आगे बढ़ रही है, प्राधिकरण पीड़ितों को सहायता प्रदान करने और विस्फोट के मूल कारणों को समझने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जांच के प्रगति के साथ-साथ और अधिक विवरण प्रदान किए जाएंगे। यह दुखद घटना औद्योगिक सेटिंग्स में सख्त सुरक्षा मानकों के महत्व को याद दिलाती है ताकि जीवन की रक्षा की जा सके और भविष्य की आपदाओं को रोका जा सके।

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