Nipah Virus: एक जानलेवा बीमारी, जाने कैसे करे बचाव

Nipah Virus

Nipah Virus: केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस के प्रकोप के चलते, 14 वर्षीय लड़के की मृत्यु के बाद, स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को बताया कि लड़के के करीबी रिश्तेदारों और अन्य संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के टेस्ट नेगेटिव आए हैं।

निपाह वायरस (Nipah Virus) एक गंभीर और घातक वायरस है, जो पहली बार 1998-1999 में मलेशिया और सिंगापुर में खोजा गया था। यह वायरस मुख्य रूप से चमगादड़ों द्वारा फैलता है और मनुष्यों में संक्रमण का कारण बनता है।

Nipah Virus: स्वास्थ्य मंत्री का बयान

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मंगलवार को 17 स्वैब के टेस्ट नेगेटिव आए। लड़का, जो निपाह संक्रमण के इलाज के दौरान था, रविवार सुबह मृत हो गया था। मंत्री ने कहा कि संपर्क सूची में शामिल 460 व्यक्तियों में से 220 उच्च जोखिम श्रेणी में हैं, जिनमें 142 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं।

मंत्री ने लोगों से अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जारी रखें और संगरोध नियमों का पालन करें। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहें, ताकि प्रभावित क्षेत्र के छात्र स्कूल न जा सकें।

Nipah Virus: क्या है?

निपाह वायरस एक वायरस है जो मानव और पशुओं दोनों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। यह वायरस एक हेंड्रा वायरस के समान है और इसे ‘जूनोटिक’ वायरस कहा जाता है, जिसका मतलब है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है।

Nipah Virus: संक्रमण के लक्षण

Nipah Virus: संक्रमण के लक्षण सामान्यतः फ्लू जैसे होते हैं:

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • उल्टी
  • गले में खराश

संक्रमण के बढ़ने पर:

  • चक्कर आना
  • सुस्ती
  • मस्तिष्क की सूजन
  • दौरे आना
  • कोमा में जाना

Nipah Virus: संक्रमण का स्रोत

निपाह वायरस का मुख्य स्रोत फल खाने वाले चमगादड़ होते हैं। ये चमगादड़ अपने थूक और मूत्र के माध्यम से वायरस फैलाते हैं। संक्रमित चमगादड़ों के संपर्क में आने से या उनके द्वारा खाए गए फलों के माध्यम से वायरस फैल सकता है। इसके अलावा, संक्रमित सूअर भी इस वायरस को फैला सकते हैं।

Nipah Virus
Image credit- Freepik

Nipah Virus: संक्रमण का प्रसार

निपाह वायरस का प्रसार मानव से मानव के संपर्क के माध्यम से भी हो सकता है, खासकर संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से। इसलिए, यह वायरस समुदायों में तेजी से फैल सकता है।

Nipah Virus  से बचाव

निपाह वायरस से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं:

  1. संक्रमित क्षेत्रों से दूर रहें: उन क्षेत्रों में जाने से बचें जहां निपाह वायरस का प्रकोप हो।
  2. साफ-सफाई का ध्यान रखें: हाथ धोने और स्वच्छता का पालन करें।
  3. फलों का सेवन ध्यान से करें: चमगादड़ों द्वारा संक्रमित फलों से बचें।
  4. सुरक्षित चिकित्सा उपकरणों का उपयोग: संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल करते समय सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें।

Nipah Virus: उपचार और रोकथाम

निपाह वायरस के लिए कोई विशिष्ट उपचार या वैक्सीन नहीं है। उपचार में मुख्य रूप से सहायक देखभाल और लक्षणों का प्रबंधन शामिल है। रोकथाम के लिए समुदायों को जागरूक करना और संक्रमित क्षेत्रों में सतर्कता बरतना महत्वपूर्ण है।

निपाह वायरस एक गंभीर और घातक रोग है, जो तेजी से फैल सकता है। इसके संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता और स्वच्छता का पालन करना आवश्यक है। इसके अलावा, चिकित्सा और वैज्ञानिक समुदाय को इस वायरस पर शोध और वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों को जारी रखना चाहिए ताकि भविष्य में इस घातक वायरस से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।

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