Chenab Rail Bridge: 120 वर्षो तक खड़ा रहेगा दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल

Chenab Rail Bridge

Chenab Rail Bridge: जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल स्थापित कर दिया गया है। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसकी कुल लंबाई 1,315 मीटर है। इस ऐतिहासिक निर्माण ने भारतीय रेलवे की प्रमुख परियोजना जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लाइन (JUSBRL) के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में अपने अद्वितीय रिकॉर्ड को स्थापित किया है।

Chenab Rail Bridge की पृष्ठभूमि और महत्व

Chenab Rail Bridge भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जम्मू और कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर रेल कनेक्टिविटी प्रदान करना है। यह पुल क्षेत्र में आवागमन की सुविधा को बढ़ाने और स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार किया गया है। JUSBRL परियोजना के तहत जम्मू और बारामुल्ला के बीच 345 किलोमीटर का रेल खंड निर्माणाधीन है।

इस परियोजना के तहत उधमपुर-बारामुल्ला खंड में कई पुल और सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें चिनाब पुल एक प्रमुख उपलब्धि है। परियोजना का पूरा निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है, जिसमें चिनाब पुल का उद्घाटन 13 अगस्त 2022 को किया गया।

Chenab Rail Bridge के निर्माण और तकनीकी विशेषताएँ

Chenab Rail Bridge की डिजाइन और निर्माण में कई महत्वपूर्ण तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है। पुल का निर्माण एक स्टील आर्च के रूप में किया गया है, जो भारत में अपनी तरह का पहला है। इसे उच्च वायु दबाव और भूकंप के झटकों को सहन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पुल में 17 स्पैन हैं, जिसमें 469 मीटर का मुख्य आर्च स्पैन और दोनों ओर वायडक्ट शामिल हैं।

Chenab Rail Bridge
Chenab Rail Bridge

Chenab Rail Bridge के निर्माण में 25,000 टन स्टील, 4,000 टन प्रबलित स्टील, और 46,000 घन मीटर कंक्रीट का उपयोग किया गया है। इसे -20 डिग्री सेल्सियस तापमान और 266 किमी/घंटा तक की हवा की गति को सहन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पुल की सुरक्षा के लिए विस्फोट-रोधी स्टील और कंक्रीट खंभे का इस्तेमाल किया गया है, जो भूकंप और विस्फोटों के प्रति अत्यधिक सुरक्षित हैं।

Chenab Rail Bridge परियोजना की चुनौतियाँ और समाधान

Chenab Rail Bridge का निर्माण एक अत्यधिक चुनौतीपूर्ण इलाके में किया गया है, जहां नदी के प्रवाह को बाधित किए बिना निर्माण कार्य को पूरा करना एक बड़ी चुनौती थी। निर्माण के दौरान नदी की गहराई और ऊबड़-खाबड़ इलाके के कारण विशेष तकनीकी समाधानों की आवश्यकता पड़ी। इसके अलावा, अत्यधिक ठंड और तेज हवा के प्रभाव को भी ध्यान में रखा गया।

Chenab Rail Bridge के  ठेकेदार और डिजाइनर

Chenab Rail Bridge के निर्माण का ठेका एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर, दक्षिण कोरिया की अल्ट्रा कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग कंपनी और वीएसएल इंडिया के संयुक्त उद्यम को दिया गया था। डिजाइन और निर्माण कार्यों के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन किया गया, जिसमें WSP ग्रुप (फिनलैंड) और लियोनहार्ड्ट एंड्रा एंड पार्टनर्स (जर्मनी) शामिल हैं।

Chenab Rail Bridge
Chenab Rail Bridge

Chenab Rail Bridge 120 वर्षो तक खड़ा रहेगा

Chenab Rail Bridge पुल का निर्माण भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं में से एक है। इसकी उपयोगिता और सुरक्षा को देखते हुए, यह पुल अगले 120 वर्षों तक सेवा में रहेगा। पुल की सुरक्षा और निगरानी के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें ऑनलाइन निगरानी और चेतावनी प्रणाली शामिल है।

सम्पूर्ण परियोजना की स्थिति को देखते हुए, उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर 2024 तक चिनाब पुल पूरी तरह से चालू हो जाएगा, जिससे कश्मीर क्षेत्र में रेल यातायात को नया आयाम मिलेगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

चिनाब पुल भारत की इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षमताओं का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इसकी ऊँचाई, डिजाइन और निर्माण में प्रयोग की गई उन्नत तकनीक ने इसे एक विश्वसनीय और सुरक्षा-सम्पन्न संरचना बना दिया है। यह पुल न केवल एक इंजीनियरिंग चमत्कार है बल्कि जम्मू और कश्मीर के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट भी है, जो क्षेत्र के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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