BJP Haryana Manifesto: ‘विकास’ के नाम पर ‘रेवड़ियाँ’ बाँटने का खेल?

BJP Haryana Manifesto

2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपना घोषणापत्र जारी किया है। BJP Haryana Manifesto में कई बड़े वादे किए गए हैं, जो महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों को राहत देने के उद्देश्य से हैं। लेकिन ये वादे राज्य की आर्थिक स्थिति पर भारी पड़ सकते हैं। हरियाणा पहले से ही ₹3,17,982 करोड़ के कर्ज में है, और BJP Haryana Menifesto के तहत किए गए इन वादों को पूरा करने से राज्य की आर्थिक सेहत और भी खराब हो सकती है।

भाजपा के प्रमुख चुनावी वादे और उनके खर्च

BJP Haryana Manifesto में प्रमुख वादे किए गए हैं जो आकर्षक तो हैं, लेकिन उनकी वित्तीय चुनौतियाँ भी सामने हैं।

  1. महिलाओं को ₹2100 प्रति माह नकद सहायता:
    BJP Haryana Manifesto के अनुसार, हरियाणा की 50 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2100 देने का वादा किया गया है। इस योजना से राज्य के खजाने पर सालाना ₹12,600 करोड़ का भारी बोझ पड़ेगा। इतना खर्च उठाना हरियाणा की कमजोर आर्थिक स्थिति में मुश्किल साबित हो सकता है।
  2. छात्राओं को मुफ्त स्कूटी:
    भाजपा ने BJP Haryana Manifesto में राज्य की छात्राओं को मुफ्त स्कूटी देने का वादा किया है। इस योजना से सरकार पर एक बार में ₹3,000 करोड़ का खर्च आ सकता है। यह खर्च भी राज्य के लिए एक बड़ा आर्थिक दबाव होगा।
  3. दो लाख पक्की नौकरियाँ:
    BJP Haryana Manifesto के अनुसार, युवाओं को 2 लाख स्थायी नौकरियाँ देने का वादा किया गया है। इस योजना को लागू करने के लिए सरकार को लगभग ₹10,000 करोड़ का खर्च उठाना होगा।
  4. वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाना:
    भाजपा ने BJP Haryana Manifesto में वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर ₹3500 प्रति माह करने का वादा किया है। इससे राज्य के खजाने पर हर साल ₹3,500 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
  5. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार:
    BJP Haryana Manifesto के तहत, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने का भी वादा किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार को ₹5,000 से ₹7,000 करोड़ तक का खर्च उठाना पड़ेगा।

भाजपा के वादों का कुल खर्च

BJP Haryana Manifesto के इन सभी वादों को पूरा करने में हरियाणा सरकार को कुल मिलाकर लगभग ₹38,100 करोड़ का खर्च करना पड़ेगा। हरियाणा पहले से ही भारी कर्ज में डूबा हुआ है, और अगर यह खर्च किया गया तो राज्य की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो सकती है।

हरियाणा सरकार को हर साल ₹64,044 करोड़ का कर्ज चुकाना पड़ता है। अब BJP Haryana Manifesto के तहत किए गए वादों से राज्य के कर्ज में और वृद्धि हो सकती है। इससे या तो सरकार को और अधिक कर्ज लेना पड़ेगा या फिर करों में बढ़ोतरी करनी होगी, जिससे राज्य के लोगों पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है।

भाजपा के पिछले कार्यकाल से सबक

भाजपा के पिछले कार्यकाल में भी लोकलुभावन वादों के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा था। अगर BJP Haryana Manifesto में किए गए वादों को बिना सावधानीपूर्वक क्रियान्वित किया गया, तो हरियाणा की अर्थव्यवस्था पर और भी दबाव बढ़ सकता है।

BJP Haryana Manifesto में किए गए बड़े वादे महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों को लुभाने के लिए हैं। लेकिन इन वादों को पूरा करने के लिए राज्य के खजाने पर लगभग ₹38,100 करोड़ का भारी बोझ पड़ेगा। हरियाणा पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ है, और ऐसे में यह खर्च राज्य की आर्थिक स्थिति को और बिगाड़ सकता है।

BJP Haryana Manifesto के वादों को देखते हुए, राज्य की सरकार को बहुत सावधानीपूर्वक योजनाएँ बनानी होंगी, ताकि राज्य के विकास पर विपरीत असर न पड़े।

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