सोमवार को Air India Paris-Delhi Flight की फ्लाइट AI-2022 को जयपुर डायवर्ट करने और पायलटों द्वारा फ्लाइट जारी रखने से इनकार करने के बाद यात्रियों को कई घंटों तक परेशानियों का सामना करना पड़ा। आखिरकार, उन्हें बस से दिल्ली भेजा गया, जिससे यात्रियों में भारी आक्रोश फैल गया।
Air India Paris-Delhi Flight घटना का विवरण
यह Air India Paris-Delhi Flight रविवार रात 10 बजे पेरिस से उड़ी थी और सोमवार सुबह 10:35 बजे दिल्ली पहुंचने का तय था। लेकिन दिल्ली में घने धुंए और खराब दृश्यता के कारण पायलटों ने विमान को जयपुर डायवर्ट कर दिया क्योंकि वे कम दृश्यता में लैंडिंग करने के लिए प्रशिक्षित नहीं थे।
पायलट्स ने किया विमान उड़ाने से इंकार
जयपुर हवाईअड्डे पर जब विमान दिल्ली जाने के लिए क्लीयरेंस का इंतजार कर रहा था, पायलटों ने अपनी ड्यूटी घंटे पूरे होने का हवाला देते हुए उड़ान जारी रखने से इनकार कर दिया।
ख़राब प्रबंधन के कारण यात्रियों में गुस्सा
इस स्थिति ने यात्रियों में भारी गुस्सा उत्पन्न किया और वे एयर इंडिया की “खराब प्रबंधन” पर सवाल उठाने लगे। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। एक यात्री, विशाल पी., ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आज एयर इंडिया का शर्मनाक और खराब प्रबंधन, फ्लाइट #AI2022 को CDG-DEL से जयपुर डायवर्ट किया गया। यात्रियों को विमान में 5 घंटे बिताने के बाद बस से दिल्ली भेजा गया। मेरी पत्नी और दो महीने के बच्चे को तकलीफ हो रही है और मैं बेबस हूं।”
Air India Paris-Delhi Flight की एक अन्य यात्री, गिरीधरा उपाध्याय ने एयर इंडिया के कर्मचारियों पर मदद न करने का आरोप लगाया, विशेष रूप से एक मां और दो महीने के बच्चे के बारे में जिन्होंने जयपुर में कई घंटे बिताए। “कर्मचारी बेहद अमानवीय हैं,” उन्होंने लिखा।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया ने Air India Paris-Delhi Flight मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया, लेकिन विमानन सूत्रों के मुताबिक, एयरलाइन ने यात्रियों के लिए वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था नहीं की, क्योंकि इससे ज्यादा समय लगता और यात्रियों को दिल्ली बस से भेजना बेहतर समझा गया।
Air India Paris-Delhi Flight का डायवर्ट होना और पायलटों का उड़ान जारी रखने से इनकार करना पूरी तरह से अप्रत्याशित नहीं था, यात्रियों ने यह सवाल उठाया कि एयर इंडिया ने एक बेहतर योजना क्यों नहीं बनाई। कई यात्रियों का कहना था कि ऐसी स्थिति में वैकल्पिक हवाईअड्डों का चयन पहले से तय होना चाहिए था, और एयरलाइन के प्रबंधन का यह निर्णय जल्दबाजी में लिया गया।
यात्री अंततः दिल्ली बस से पहुंच गए, लेकिन इस पूरे अनुभव ने एयर इंडिया के प्रबंधन और ग्राहक सेवा पर सवाल उठाए। यात्रियों का कहना था कि एयरलाइन को इस समय बेहतर जानकारी और समर्थन देना चाहिए था, खासकर उन यात्रियों के लिए जो छोटे बच्चों या बुजुर्गों के साथ यात्रा कर रहे थे।
इस घटना ने एयर इंडिया की संचालन क्षमता और संकट प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। अब एयर इंडिया को उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी स्थितियों में बेहतर तैयारी और निर्णय-निर्माण क्षमता दिखाई देगी, जिससे यात्रियों को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
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