Narendra Modi : जो एक भारतीय राजनीतिज्ञ है जो 14 वें वर्तमान प्रधानमंत्री है मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए पहली बार शपथ ली जो लगातार भारत के तीसरी बार प्रधानमंत्री बने है और इससे पहले 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने और लगातार 4 बार इस पद पर रहे। इस पद पर उन्होंने 13 साल तक शासन किया।
Narendra Modi : जन्म और शुरआती जीवन
मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 के वडनगर के एक गुजराती परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी है जो चाय बनाने का काम करते थे और माता का नाम हीराबेन है। नरेन्द्र मोदी जी ने 1968 में जशोदाबेन मोदी से विवाह किया जो एक शिक्षिका थी। उन दोनों की शादी तो हुई लेकिन वो दोनों एक साथ नहीं रहे क्योंकि शादी के कुछ सालों बाद मोदी जी ने घर छोड़ दिया और उनका वैवाहिक जीवन लगभग समाप्त-सा हो गया।
मोदी जी ने दो सालों तक भारत भर में कई राज्यों और धार्मिक स्थलों पर यात्रा का दौरा किया। उसके बाद वो गुजरात लौटे फिर अहमदाबाद चले गए।
मोदी जी बचपन में चाय बेचते थे जिससे कि वो अपने पिता जी की मदद कर पाते थे । जब वह कुल आठ वर्ष के थे तब आरएसएस से जुड़े जिसके साथ वो एक लम्बे समय तक रहे। उनके मैनेजमेंट और काम करने के तरीके ने ऐसा प्रभाव छोड़ा कि आरएसएस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला किया और इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय कार्यालय के लिए नागपुर में एक महीने के विशेष ट्रेनिंग कैंप में बुलाया गया। फिर वह 1971 में पूर्णकालिक आरएसएस के लिए कार्यकर्ता बन गए। आरएसएस के प्रचारक रहते हुए 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
Narendra Modi : आपात काल:
1975 में देश भर में आपातकाल की स्थिति के वक्त उन्हें कुछ समय के लिए अज्ञातवास करना पड़ा। 1975 में जब आपातकाल लगाया गया तो उस समय नरेन्द्र मोदी कुल 24 साल के थे। वह लगातार सरकार विरोधी प्रदर्शन का हिस्सा रहे थे। मोदी जी ने ‘संघर्ष में गुजरात’ नामक एक किताब लिखी थी। जो आपातकाल के दौरान गुजरात में हुए संघर्षों का वर्णन करती है। इस किताब को गुजराती में लिखा गया था और यह साल 1978 में प्रकाशित हुई थी। जो गुजरात में आपातकाल के खिलाफ भूमिगत आंदोलन में एक नेता के रूप में उनके अनुभवों का विवरण है।
मोदी अब तक खुद कई किताबें लिख चुके हैं। पिछले साल उन्होंने स्कूल के विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर ‘एक्जॉम वॉरियर्स’ किताब लिखी थी जो काफी सुर्खियों में रही थी।
Narendra Modi : बीजेपी में मोदी जी का सफर
Narendra Modi जी 1985 में बीजेपी से जुड़े और वे धीरे धीरे सचिव के पद पर पहुँचे गए।1988 से 1995 के तहत नरेंद्र मोदी जी ने एक कुशल रणनीतिकार के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई। जिसके चलते मोदी जी को दो महत्वपूर्ण आयोजनों की जिम्मेदारी को सौंपा गया। 1990 में लालकृष्ण आडवाणी की सोमनाथ से अयोध्या रथयात्रा के सारथी की भूमिका नरेंद्र मोदी को दी गई।
फिर इसके बाद 1991 में उन्होंने डॉ.मुरली मनोहर जाेशी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा में उनके साथ कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा फहराया। उस समय के दौरान नरेंद्र मोदी मुरली मनोहर जोशी की कोर टीम के सदस्य थे। इस यात्रा का प्रबंधन नरेंद्र मोदी के हाथ में था। जब सब लोग इस यात्रा में पहुंचे तो भारतीय सेना का मनोबल बढ़ा देख आतंकवादियों ने गोलियां चलायी , धमकियाँ दी और चुनौतियां दे रहे थे कि यहां पर कोई झंडा फहरा कर दिखाए इस दहशत के माहौल में 26 जनवरी 1992 को श्रीनगर के लाल चौक पर भारत का झंडा फहराया गया।
मोदी जी ने शुरु से ही राजनीती में सक्रियता दिखलायी और भारतीय जनता पार्टी को मजबूत बनाने में मुख्य भूमिका निभायी। गुजरात में शंकरसिंह वाघेला को भी मजबूत बनाने में मोदी जी की ही रणनीति थी।
मोदी जी को बचपन से ही रंगमंच तरीके से रहना पसंद था मोदी जी पढ़ाई में औसत छात्र थे लेकिन पढ़ाई को छोड़ बाकी गतिविधियों में खूब बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे और वो स्कूली दिनों के समय नाटकों में खूब हिस्सा लेते थे और अपने रोल को बखूबी निभाते थे। उनके पास एनसीसी भी थी । बोलने की कला में तो वो बहुत माहिर थे। वाद विवाद में जो भी प्रतियोगिता होती थी उसमें हमेशा अव्वल आते थे।
Narendra Modi : गुजरात के मुख्यमंत्री
2001 में जब गुजरात में भूकंप आया था तब उसमें 20,000 लोग मर गए थे उस समय राजनीतिक सत्ता में भी बदलाव आया और ख़राब स्वास्थ्य के कारण मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल को अपना पद छोड़ना पड़ा और उनकी जगह नरेंद्र मोदी को राज्य की कमान सौंप मुख्यमंत्री बनाया गया। और एक बार मोदी जी को फिर से मुख्यमंत्री के पद की जंग में उतरना था। फिर 22 दिसम्बर 2002 को मोदी जी एक बार फिर गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2007 में गुजरात विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने 116 सीटों से जीत हासिल की। फिर मोदी लगातार तीसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने।
2012 में फिर से गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर जीत हासिल करने के बाद वर्ष 2012 तक मोदी जी इस कदर छाए कि बीजेपी में उन्हें पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया फिर पहली बार उन्होंने वडोदरा और वाराणसी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा उस समय भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता में आई और 26 मई 2014 को मोदी जी प्रधानमंत्री बने।
मोदी ने अपनी सत्ता को संभालने के साथ साथ राजनीतिक संगठन को मजबूत किया और राज्य के विकास के कामों में लगा दिया।उद्योग की बात हो या कृषि की उन्होंने कोशिश की कि लोगों को एक बेहतर विकल्प दे पाये और आज कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं ने उनके इस काम को सराहा। इंटरनेट की दुनिया में देखा जाये तो मोदी जी पॉपुलर नेताओं की सूची में सबसे ऊपर है।
Narendra Modi : का प्रधानमंत्रित्व काल:
उसके बाद 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में अचानक नोटबंदी का ऐलान कर ऐसी धूम मचा दी। जिसके बाद से 500 और 1000 के नोट बंद कर चलन से बाहर कर दिए गए और एक लिमिट निर्धारित करदी थी बस उतने ही रूपये आप बैंक से बदल सकते थे फिर 23 मई से 30 सितंबर के बीच किसी भी बैंक में जाकर नोट बदलने की सुविधा दी गई।
इसका उद्देश्य था कि काले धन पर नियंत्रण किया जाये और जाली नोटों से छुटकारा दिलाना था। कुछ विरोधी दलों कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम आदि ने नोटबंदी का विरोध किया था जिन्होंने 28 नवंबर को भारत बंद का आह्वान किया था।
आयकर विभाग ने जगह-जगह जाकर छापे मारी की जिससे बहुत भारी मात्रा में पुराने नोट मिले जिसमें कई बैंक अधिकारियों की धोखाधड़ी का भी पर्दाफाश हुआ।
आज मोदी जी ने तकनीक के महत्व को सबसे ज्यादा बढ़ावा दिया है दूर-दराज बैठे गांव के पढ़े लिखे नौजवानों और महिलाओं को तकनीक से जोड़कर उनका जीवन सवारा है। नमो ड्रोन दीदी योजना ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए नमो ड्रोन दीदी पहल बड़ी पहल है इस योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है और उन्हें ड्रोन का इस्तेमाल करके अलग-अलग कृषि कार्यों के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है। इस योजना के जरिये महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उनको मजबूत बनाया जा रहा है। इस तकनीकी से कृषि क्षेत्र में होने वाली समस्या को दूर कर उत्पादकता और दक्षता में बढ़ोतरी की जा सकती हैं और लागत में कमी लायी जा सकती हैं
Narendra Modi : जी के विदेशी दौरों में सिलिकॉन डिप्लोमैसी प्रमुखता से छाई हुई है भारत में इसका फ्यूचर कैसा है ?
आइये जानते है सेमीकॉन इंडिया 2024 को उद्घाटन किया और साथ ही पीएम मोदी ने अगले 10 सालों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा है कि इस दशक के अंत तक वह इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं जिससे 60 लाख नौकरियां पैदा होंगी। इसके विकास के लिए मोदी सरकार लगातार कदम उठा रही है और ग्रेटर नोएडा में सेमीकॉन इंडिया का उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है।
हाल ही में पैरालंपिक में मेडल जीतने वाले एथलीटों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास मुलाकात की। जो 28 अगस्त से 8 सितंबर तक फ्रांस की राजधानी में आयोजित था 170 देशों की भागीदारी में से भारत 18 वें नंबर पर रहा है। इसमें भारत ने 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज समेत कुल 29 मेडल जीतकर इतिहास रचा। इस दौरान मोदी जी ने उनकी सराहना की और खिलाड़ियों से उनके अनुभव को जाना। मोदी जी से मिलकर खिलाड़ी भी बहुत खुश दिखे वहीं उनमें से दो खिलाड़ियों की वायरल वीडिओ की जमकर तारीफ की।
शनिवार14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विधानसभा के चुनावी प्रचार के लिए जम्मू-कश्मीर के डोडा पहुंचे। स्पोर्ट्स स्टेडियम में मोदी ने लगभग 45 मिनट का भाषण दिया और उसमें मोदी जी ने परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और आर्टिकल 370 जैसे मुद्दों पर जनता को संबोधित किया। और कश्मीरी पंडितों के लिए मोदी जी ने कहा हमारे कश्मीरी पंडित टीका लाल टपलू को आतंकवादियों ने शहीद किया था। उनकी हत्या के बाद आतंकवादियों का कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार बरक़रार रहा है। भाजपा ने कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज उठाई, उनका साथ दिया। यहां हमारे साथ मंच पर हमारी बेटी शगुन बैठी है। इनके पिता और चाचा दोनों को आतंकवादियों ने मार डाला था। अब भाजपा ने आतंकवाद से पीड़ित इस बेटी को टिकट दिया है। ये आतंक को खत्म करने के भाजपा के मजबूत इरादों की जीती जागती तस्वीर है।
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