CRPF Jawan killed in Manipur: सीआरपीएफ जवान शहीद, दो पुलिसकर्मी घायल

CRPF Jawan killed in Manipur

CRPF Jawan killed in Manipur: मणिपुर के जिरीबाम जिले में रविवार सुबह सुरक्षा बलों और संदिग्ध उग्रवादियों के बीच हुई भारी गोलीबारी में एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान शहीद हो गया। इस मुठभेड़ में मणिपुर पुलिस के दो कर्मी भी घायल हुए।

CRPF Jawan killed in Manipur

मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ जिरीबाम जिले के मोंगबंग गांव के पास हुई। अज्ञात पुलिस अधिकारियों के हवाले से द इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि इस घटना में दो मणिपुर पुलिस के जवान घायल हुए हैं, जबकि पीटीआई ने बताया कि केवल एक पुलिस कर्मी घायल हुआ है। राज्य में मई 2023 से आदिवासी कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय संघर्ष जारी है, जिसने कम से कम 225 लोगों की जान ले ली है और 60,000 लोगों को उनके घरों से बेघर कर दिया है।

CRPF Jawan killed in Manipur: शहीद जवान की पहचान

मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ ड्राइवर अजय कुमार झा, जो बिहार के निवासी थे, के सिर में गोली लगी। उन्हें तुरंत जिरीबाम जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना में एक अन्य सीआरपीएफ जवान के पैर में गोली लगी और मणिपुर पुलिस के दो कमांडो भी घायल हो गए। घायल जवानों का इलाज जिरीबाम जिला अस्पताल में चल रहा है।

CRPF Jawan killed in Manipur

CRPF Jawan killed in Manipur: मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा की और शहीद जवान के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं जिरीबाम जिले में आज एक सशस्त्र समूह, जिसे कुकी उग्रवादी माना जा रहा है, द्वारा किए गए हमले में सीआरपीएफ के जवान की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। उनकी सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं शहीद जवान के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और हमले में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

CRPF Jawan killed in Manipur: हालिया घटनाक्रम

जिरीबाम जिले में पिछले एक साल से अपेक्षाकृत शांति थी, लेकिन पिछले महीने से जिले में हिंसा बढ़ गई है। मणिपुर के अन्य हिस्सों में चल रहे जातीय संघर्षों ने जिरीबाम को भी अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

इस मुठभेड़ से स्पष्ट है कि मणिपुर में शांति बहाल करना अभी भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। सरकार और सुरक्षा बलों को मिलकर इस संकट का समाधान निकालने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

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